12 अप्रैल को बम ब्लास्ट पीड़ितों के साथ जयपुर में कैंडल मार्च निकालेगी भाजपा;सुप्रीम-कोर्ट में एसएलपी भी दायर करेगी
12 अप्रैल को भाजपा की ओर से ब्लास्ट प्रभावितों के साथ शहर में कैंडल मार्च निकाला जाएगा। कैंडल मार्च रामलीला मैदान से शाम 5 बजे शुरू होकर सांगानेरी गेट हनुमान मंदिर खत्म होगा जहां बम ब्लास्ट हुआ था। इसमें राजस्थान बीजेपी के आला नेता भी शामिल होंगे।
बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि कांग्रेस सरकार अपनी तुष्टीकरण की राजनीति से बाज नहीं आ रही है। आरोपियों की रिहाई के 12 दिन बाद भी सुप्रीम कोर्ट में कोई एसएलपी दायर नहीं की गई है। ऐसे में अब बीजेपी बम ब्लास्ट के मृतकों के परिजन और घायलों के लिए सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर करेगी। इसके लिए पेपर वर्क भी शुरू कर दिया गया है। जल्द ही बम ब्लास्ट के आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में लड़ाई लड़ेगी।
चतुर्वेदी ने कहा कि 2008 में देश में जगह-जगह बम ब्लास्ट और आंतक की चार घटनाएं हुई थी। समझोता एक्सपे्रस की घटना, मालेगांव कांड, हैदराबाद मक्का मज्जिद का मामला और अजमेर दरगार ब्लास्ट ऐसे चार मामले हुए। उसके बाद जयपुर में सीरियल बम बलास्ट भी हुआ। चारों आतंकी हमलों की जांच एनआईए को ट्रांसफर कर दिए जाते है। जो सेन्ट्रल एंजेंसी है। लेकिन जयपुर सीरियल ब्लास्ट का मामला एनआईए को ट्रांसफर नहीं किया गया। चतुर्वेदी ने कहा कि पिछले 4 साल में आतंकियों से संबंध रखने वाले PFI जैसे संगठनों को सरकार रैली निकलने दे रही है। उसी का नतीजा है कि उदयपुर में कन्हैया लाल हत्याकांड जैसी आतंकी घटनाएं हुई है। राजस्थान कि जनता कांग्रेस की तुष्टिकरण नीति का खामियाजा भुगत रही है। ऐसे में आने वाले चुनाव में वोट की चोट से कांग्रेस को करारा जवाब दिया जायेगा।