जैसे ‘द केरल स्टोरी’ में शालिनी बनी फातिमा, वैसी हापुड़ की हिन्दू लड़की को बनाया इकरा अहमद, पढ़िए रोंगटे खड़े कर देने वाली खबर
रिपोर्ट - अब्शर उल हक
हापुड़ : “द केरल स्टोरी” उन हजारों लड़कियों पर बनी है, जिनका मुस्लिम युवकों ने धर्मांतरण किया है। उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे पढ़कर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। जिस तरीके से “द केरल स्टोरी” में शालिनी को फातिमा बना दिया जाता है, उसी तरीके से हापुड़ की एक हिंदू लड़की को इकरा अहमद बना दिया गया। उसके बाद हिंदू लड़की के साथ यौन शोषण और मानसिक शोषण हुआ। एक हिंदू लड़की के साथ दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल ने 11 सालों तक शोषण किया। अब किसी तरीके से आरोपियों के घर से भागी पीड़िता ने हापुड़ पुलिस के सामने रो-रो कर पूरी आपबीती सुनाई है।
*क्या है पूरा मामला*
हापुड़ में रहने वाली खुशी (बदला हुआ नाम) वर्ष 2012 में दिल्ली के एक कॉलेज में बीएससी की पढ़ाई कर रही थी। खुशी के माता-पिता भी दिल्ली में रहते थे। माता-पिता और भाई के साथ वह दिल्ली के मालवीय नगर स्थित एक फ्लैट में रहती थी। उसके नीचे वाले फ्लैट में कय्यूम अली अपने परिवार के साथ रहता था। कय्यूम का बेटा वसीम दिल्ली पुलिस में कार्यरत है। खुशी ने पुलिस को शिकायत देते हुए बताया, “वसीम की मां जमीला अधिकतर लड़कियों को मुस्लिम धर्म के प्रति आकर्षित करने का प्रयास करती थी। इसी बीच जमीला ने एक दिन मुझको अपने फ्लैट पर बुलाया और धोखे से सेवई में नशीला पदार्थ मिलाकर उसे खिला दिया। बेहोशी की हालत में वसीम ने मेरे साथ रेप किया। होश में आने पर मुझे अपने साथ हुए रेप के बारे में पता चला। इसके बारे में मैंने जब जमीला ने कहा तो उसने मुझे वसीम से निकाह करने के लिए कहा। मना करने पर आरोपी ने मुझे बदनाम करने और मेरे इकलौते भाई को मौत के घाट उतारने की धमकी दी। इसके बाद आरोपी ने मुझे डरा धमकाकर बार-बार मेरे साथ रेप किया।”
*28 दिसंबर 2012 को हिन्दू लड़की से निकाह किया*
महिला की शिकायत के मुताबिक आरोपियों के परिवार वालों ने 28 दिसंबर 2012 को मौलवी के जरिए उसका निकाह वसीम से करा दिया। इसकी जानकारी उसके परिजनों को हुई तो वह फ्लैट छोड़कर वहां से दूसरे स्थान पर चले गए। निकाह के बाद आरोपियों ने जबरन महिला का धर्मांतरण कराया। उसका नाम बदलकर इकरा अहमद रख दिया। आरोपियों ने खुशी का उसके परिजनों और अन्य किसी रिश्तेदारों से मिलना-जुलना भी बंद करा दिया।
*नशे की हालत में कई बार बनाए अप्राकृतिक यौन संबंध*
उसके बाद 25 अप्रैल 2015 को खुशी ने एक बेटे को जन्म दिया। इसके बाद वसीम उसके साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने लगा। अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने से पहले उसको नशीली दवा खिला देता था। होश में आने के बाद खुशी बुरी तरीके से रोती और चिल्लाती थी, लेकिन उसकी कोई मदद नहीं करता था। इस वजह से खुशी बुरी तरीके से बीमार हो गई और अवसाद में चली गई। बीते दिनों किसी तरीके से खुशी आरोपियों के चंगुल से निकलकर भागी और सीधा हापुड़ पहुंची। जहां पर पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज किया है।