पुलिस विभाग में कुछ ऐसे अधिकारी है जितनी तारीफ की जाए कम है नाम है चीमा जगन्नाथ अडाव
मुंबई संवाददाता: सुनील गुप्ता
मुंबई संवाददाता( सुनील गुप्ता) : जहां आज पुलिस को लोग हमेशा से गलत नजर से देखते हैं वही एक और कहावत है कि कलयुग में भी अच्छे लोग हैं इसीलिए संसार बचा हुआ है। और इस कहावत को चरितार्थ करते हैं ,चीमा जगन्नाथ अढ़ाव जैसे पुलिस अधिकारी, राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित चीमा जी एक ऐसे अधिकारी हैं जिन्होंने अपनी वर्दी पर जरा भी दाग नहीं आने दिया है।उनके पास जो भी आता है संतुष्ट होकर जाता है चाहे वो किसी भी जाति या किसी भी धर्म का हो,चाहे वो गरीब हो या अमीर हो उसको चीमा जी अपना बनाकर भेजते हैं,और ये उन्होंने अपने कार्यकाल में साबित भी किया है।
और इसी का नतीजा है कि भारत के राष्ट्रपति जी ने उनको दिल्ली बुलाकर सम्मानित किया और चीमा जगन्नाथ अढ़ाव जी को सराहनीय सेवा के लिए पुरस्कृत किया मुंबई का मलाड इलाका और मलाड का मालवणी इलाका बहुत ही संवेदनशील इलाका माना जाता है। यहां पर ट्रांसफर होकर आना मतलब लोहे के चने चबाने जैसा होता है लेकिन सीमा जी ने यहां आकर अपने व्यवहार से अपने कार्य और कार्य कुशलता से सभी का दिल जीता,चाहे हिंदू चाहे मुस्लिम चाहे सिख चाहे ईसाईं ।
और आज उनका सम्मान किया यहां के वासिंदो ने,रामराज फाउंडेशन के अध्यक्ष सुनील गुप्ता जी ने, चीमा जी को शाल उड़कर और बुके देकर उनका सम्मान किया उनके साथ में पिंपलेश्वर महादेव मंदिर के अध्यक्ष साजन तिवारी के अलावा मां जगदंबे
नवरात्र उत्सव मंडल के मीडिया प्रभारी सत्यव्रत मुद्गल और चैतन्य सेवा समिति के अध्यक्ष खंडू डोंगरे के साथ काफी लोगों ने उनको सम्मानित किया और यह सम्मान उनके सम्मान के साथ-साथ ईमानदारी का सम्मान था कर्तव्य निष्ठा का सम्मान था और देश के प्रति राष्ट्र के प्रति लोगों के प्रति सेवा भावना का सम्मान था