
अपराध रोकने और कानूनी जागरूकता फैलाने के लिए अब छात्र-छात्राएं आगे आ रही हैं। इसी के चलते भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय द्वारा संचालित Student Police Experiential Learning (SPEL) कार्यक्रम का दूसरा चरण प्रारम्भ किया जा चुका है। वही गाजियाबाद कमिश्नरेट के सभी थानों में इस कार्यक्रम को दिनांक 17.01.2025 से प्रारम्भ किया गया है। एसपीईएल (स्टूडेंट पुलिस एक्सपेरिमेंटल लर्निंग) कार्यक्रम के तहत पुलिस छात्र-छात्रों को प्रशिक्षित कर रही है, ताकि वे समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें।
इसी के चलते मुरादनगर थाने पर इस कार्यक्रम को जारी किया गया है जिसमें काफी छात्र-छात्राओं ने इस प्रोग्राम में शामिल होकर अपराध पर रोकथाम व कानून की अहम जानकारी हासिल कर रहे है। आपको बता दे कि अपराध और जागरूकता की कमी बनी चुनौती ग्रामीण और कस्बाई इलाकों में अपराध का एक बड़ा कारण जागरूकता का अभाव है। यातायात नियमों की अनदेखी, नशे की लत, जुआ और अवैध धंधों में लिप्त होना, लोगों को अपराध के रास्ते पर धकेल देता है। इन समस्याओं से निपटने और लोगों को जागरूक करने के लिए मुरादनगर पुलिस ने छात्र-छात्रों के साथ मिलकर एक नई पहल की है। वही मुरादनगर थाने पर नियुक्त उपनिरीक्षक प्रमोद कुमार ने बताया कि साइबर क्राइम, नशे की लत, सड़क दुर्घटनाओं को रोकने, ट्रैफिक नियमों का पालन कराने और बाल अपराध जैसे मुद्दों पर छात्रों को गहन जानकारी दी जा रही है ताकि छात्राओं को कानूनी जानकारी देकर उन्हें “कानून पायलट ” के रूप में तैयार किया जा सके।
छात्रों का मुख्य उद्देश्य
प्रशिक्षण में शामिल छात्राओ ( फोजिया, सबा, ज्योति, संध्या, मदीना त्यागी, तानिया शर्मा, नंदनी बिस्वाल व आयुषी ) ने कहा कि उनका उद्देश्य समाज को अपराध मुक्त बनाना व जागरूकता को बढ़ना है। वे लोगों को कानून के प्रति जागरूक करेंगे, ताकि अपराध और साइबर धोखाधड़ी जैसी समस्याओं से बचा जा सके। यह प्रयास समाज में अपराध और अराजकता को खत्म करने की दिशा में एक अहम कदम है।