बाकी 23 सीटों पर बीजेपी में असमंजस, नहीं बन पा रही सिंगल नाम की सहमति;
Published by : धर्मेंद्र शर्मा
हरियाणा की 67 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार घोषित करने के बाद भाजपा के टिकट से वंचित दावेदारों व उनके समर्थकों में आक्रोश है। बाकी 23 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार घोषित करने को लेकर पार्टी असमंजस में है। अभी इन सीटों पर सिंगल नाम की सहमति नहीं बन पाई है।
सात मौजूदा विधायकों सहित कई दिग्गज नेताओं की सीट पर पेंच फंसा हुआ है। इनमें मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की सरकार के दो मंत्री और दो पूर्व मंत्री शामिल हैं। सिरसा जिले की तीन विधानसभा सीटों पर भी उम्मीदवारों को लेकर अभी कोई फैसला नहीं हो पाया है। इन सीटों पर चर्चा के लिए भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने बृहस्पतिवार दोपहर को हरियाणा लोकहित पार्टी के अध्यक्ष एवं सिरसा के विधायक गोपाल कांडा को दिल्ली बुलाया है।
67 उम्मीदवारों की सूची में 40 प्रत्याशी बदले
भाजपा ने बुधवार को जारी 67 उम्मीदवारों की सूची में 40 प्रत्याशी बदले हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की सरकार के आठ मंत्रियों को टिकट दिए, जबकि तीन मंत्रियों रणजीत चौटाला, बिशंभर वाल्मीकि और संजय सिंह के टिकट काट दिए हैं। साथ ही पांच मौजूदा विधायकों के टिकटों पर भी कैंची चली है। पीडब्ल्यूडी मंत्री डा. बनवारी लाल व शिक्षा राज्यमंत्री सीमा त्रिखा की टिकट पर अभी असमंजस बना हुआ है।
कमल निशान पर लड़ना चाह रहे गोपाल कांडा
महेंद्रगढ़ में पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा की सीट पर फिलहाल कोई फैसला नहीं हो पाया है, जबकि पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल के पोते आदित्य देवीलाल की डबवाली सीट पर पार्टी अभी दुविधा में है। एनडीए के पार्ट के रूप में हलोपा विधायक गोपाल कांडा को भाजपा कमल के फूल से चुनाव लड़वाने पर विचार कर रही है। फिलहाल उनकी सिरसा तथा डबवाली व ऐलनाबाद विधानसभा सीटों को भी होल्ड पर रख दिया गया है।