गाजियाबाद में 83 फर्जी सूचना के चक्कर में 15 दिन दौड़ती रही पुलिस
रिपोर्ट : दीपक मिश्रा
लोनी। गाजियाबाद के छह थानों की पुलिस फोर्स जूही शर्मा की 83 फर्जी सूचना पर 15 दिनों तक दौड़ती रही। परेशान होकर पुलिस ने जांच की तो पता चला कि महिला की लोकेशन और नंबर लोनी का है। डायल 112 पर तैनात प्रभारी अनुराग शर्मा ने जूही शर्मा के खिलाफ लोनी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस अब जूही की तलाश में जुट गई है।
एसीपी सूर्यबली मौर्य ने बताया कि पुलिस कंट्रोल रूम को लगातार फर्जी सूचना मिल रही थी। एक जून से लेकर 15 जून तक एक ही नंबर से कोतवाली, नंदग्राम, कविनगर, साहिबाबाद, टीलामोड़ और लोनी थाना पुलिस को 83 बार फर्जी सूचना मिली है। इस मामले में कमिश्नर गाजियाबाद पुलिस की टीम ने जांच शुरू की। जांच में कॉलर जूही शर्मा की लोकेशन लोनी निकली। एसीपी ने बताया कि जूही शर्मा हर बार पुलिस को अपना अलग नाम बताती थी। पुलिस को फर्जी सूचना देने के बाद जूही अपना फोन बंद कर लेती थी। जूही ने नंदग्राम थाना पुलिस को सबसे ज्यादा फर्जी सूचना दी। नंदग्राम थाना पुलिस को बताया कि शराब पीकर मारपीट हो रही है। पप्पू, मुन्ना और खुशी मिलकर चोरी का प्रयास कर रहे हैं। एक घर में मारपीट हो रही है, पति ने पत्नी को गोली मार दी है, पति ने पत्नी की पिटाई कर दी है।
जूही शर्मा ने लोनी पुलिस को दो बार कॉल किया है। पहली बार 1 जून को कॉल की, जिसमें उसने बताया कि पड़ोसी उसे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। 12 जून को सुबह 4 बजे पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी कि वह दीपक त्यागी बोल रहा है। उसने कहा कि पंचशील कॉलोनी में उसकी पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। दोनों सूचना मिलने के बाद पुलिस दौड़ी लेकिन, कोई नहीं मिला।
-महिला की आवाज में आदमी बनकर करता था बात-
एसीपी ने बताया कि एक नंबर से महिला कभी आदमी तो कभी औरत बनकर बात करती थी। उसने रानी, सोनिया, पीयूष यादव, समीर, सोनू, जीतू, कालू, दीपक समेत कई अलग-अलग नाम पुलिस को बताए थे। पुलिस अब उस नंबर का डाटा निकाल रही है। डाटा निकलने के बाद पुलिस महिला की पहचान करेगी।