मकर संक्रांति के मौके पर मंगलवार को अयोध्या में लाखों लोगों की उमड़ने की उम्मीद, सरयू नदी की होगी सीसीटीवी से निगरानी
ब्यूरो रिपोर्ट
मकर संक्रांति का पर्व मंगलवार को मनाया जाएगा। इस पर्व पर रामनगरी में लाखों श्रद्धालुओं के उमड़ने की संभावना है। इसको देखते हुए अयोध्या धाम में यातायात डायवर्जन लागू कर दिया गया है। चार पहिया वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। सुरक्षा की दृष्टि से भी व्यापक इंतजाम किए गए हैं। मजिस्ट्रेटों के हवाले सुरक्षा की कमान होगी। मेला क्षेत्रा की निगरानी सीसीटीवी से की जाएगी।
माना जा रहा है कि प्रयागराज के महाकुंभ में पहुंचने वाले श्रद्धालु बड़ी संख्या में अयोध्या भी पहुंचेंगे। मकर संक्रांति के स्नान पर भी दूर-दूर से श्रद्धालु यहां पहुंचेंगे। स्नान के लिए सरयू के घाटों पर 150 से भी अधिक चेंजिंग रूम बनाए गए हैं। इसके अलावा घाटों पर प्रकाश की भी व्यवस्था की गई है। घाटों पर जल पुलिस बोट व स्टीमर पर लाइफ जैकेट के साथ तैनात रहेगी। नदी में बैरिकेडिंग की गई है। सीटी बजाकर लोगों को गहरे पानी की तरफ जाने से रोका जाएगा। बड़ी संख्या में महिला पुलिस बल को भी लगाया गया है। एसएसपी राजकरण नय्यर ने बताया कि सुरक्षा के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। रूटों को भी डायवर्ट किया गया है।
पेड़ों पर लाइटिंग, 15 स्थानों पर सेल्फ़ी पॉइंट
अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए नगर निगम तैयार है। नगर निगम प्रशासन ने न सिर्फ जगह-जगह गमले व पेड़ों पर लाइटिंग करा दी है। बल्कि प्रमुख 15 स्थानों पर सेल्फी पॉइंट भी बनवाए हैं। नगर आयुक्त संतोष शर्मा ने बताया कि सभी प्रमुख घाटों पर प्रकाश के उत्तम इंतजाम किए गए हैं, ताकि भोर में स्नान के वक्त श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की तकलीफ न हो। घाटों की साफ-सफाई व स्वच्छता व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान रखा गया है।
अस्पतालों में 70 बेड आरिक्षत
सीएमओ डॉ. पुष्पेंद्र कुमार ने बताया कि मकर संक्रांति पर प्रयागराज में स्नान के दो दिन बाद तक अयोध्या में श्रद्धालुओं का रेला रहता है। इसे देखते हुए 12 प्रमुख स्थानों पर 16 जगह शिविर चल रहे हैं। इतने ही जगहों पर एंबुलेंस की तैनाती की गई है। मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, श्रीराम चिकित्सालय व कुमारगंज के 100 शैय्या अस्पताल को मिलाकर 70 बेड आरक्षित किए गए हैं।
स्नान और दान का शुभ मुहूर्त
आचार्य शिवेंद्र के अनुसार मकर संक्रांति पर स्नान और दान करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। 14 जनवरी को सूर्य के मकर राशि में प्रवेश का समय सुबह 8: 55 बजे है। पुण्यकाल सुबह 8:55 बजे से दोपहर 12: 51 बजे तक रहेगा। इसमें स्नान-दान कर सकते हैं। महापुण्य काल सुबह 8:55 बजे से 9:29 बजे तक का है। इस दौरान अमृत काल भी है, जो इसे और भी शुभ बनाता है। आचार्य शिवेंद्र ने बताया कि इस बार मकर संक्रांति पर 30 वर्ष बाद शुभ संयोग बनने जा रहा है। दरअसल, शनि देव इस दिन कुंभ राशि में शश महापुरुष योग बनाएंगे। तीर्थ स्नान के साथ तिल, उड़द, धान, खिचड़ी, गुड़ का दान किया जाता है।