भारत-पाक तनाव के बीच ग्रेटर नोएडा में अलर्ट, सोशल मीडिया और संवेदनशील इलाकों पर विशेष नजर
Published by धर्मेंद्र शर्मा

ग्रेटर नोएडा। भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव के मद्देनजर ग्रेटर नोएडा पुलिस और खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। जिले में राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सोशल मीडिया की सख्त निगरानी की जा रही है। प्रशासन की ओर से स्पष्ट किया गया है कि सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस और खुफिया एजेंसियों की टीमें फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम सहित तमाम प्लेटफॉर्म्स पर फैलाई जा रही भ्रामक खबरों, फेक न्यूज, फोटो और वीडियो की निरंतर जांच कर रही हैं। अधिकारियों के मुताबिक, ऐसे यूजर्स की पहचान की जा रही है जो जानबूझकर या अज्ञानतावश गलत जानकारियां साझा कर रहे हैं, जिससे जनता में भ्रम और अस्थिरता फैल सकती है।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अपुष्ट खबर को सोशल मीडिया पर साझा करने से पहले उसकी सत्यता की जांच करें। पुलिस ने चेतावनी दी है कि अफवाह फैलाने वालों पर आईटी एक्ट सहित संबंधित धाराओं में कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
थाना स्तर पर भी सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के लिए विशेष टीमें बनाई गई हैं जो वायरल हो रही पोस्ट्स और वीडियो की पड़ताल कर रही हैं। आमजन से सहयोग की अपील करते हुए पुलिस ने कहा है कि केवल आधिकारिक सूत्रों से प्राप्त सूचनाओं पर ही भरोसा करें।
संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ाई गई
ग्रेटर नोएडा में सुरक्षा को लेकर विशेष इंतजाम किए गए हैं। शहर के मॉल, मंडी, बस स्टैंड और सीमा से सटे क्षेत्रों में पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है। संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए बॉर्डर इलाकों में वाहनों की सघन जांच की जा रही है। भीड़भाड़ वाले इलाकों में भीड़ नियंत्रण और निगरानी के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
होटल और लॉज संचालकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे बाहर से आने वाले हर व्यक्ति का पूरा रिकॉर्ड रखें। इसके अलावा, बांग्लादेश से अवैध रूप से रह रहे लोगों की पहचान और जांच का कार्य भी तेज कर दिया गया है।