Black Day : 14 फरवरी देश के लिए काला दिन, 44 बलिदानों की शहादत को नेशन न्यूज 18 व पूरा देश नमन करता है
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बलिदानों की शहादत का बदला सर्जिकल स्ट्राइक करके देश की सेना ने 300 आतंकियों को किया था ढेर

दुनियाभर में लोग जहां कल प्यार और रोमांस से भरे वैलेंटाइन डे वीक का कल आखिरी दिन मनाएंगे, तो वहीं भारत के इतिहास के लिए यह सबसे काला दिन है. क्योंकि पुलवामा में हुए आतंकी हमले की कल 6वीं बरसी है. आज से 6 साल पहले यानी कल के ही दिन 14 फरवरी 2019 को जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सीआरपीएफ के जवानों के काफिले पर आत्मघाती हमला हुआ था, जिसमें लगभग 44 सैनिक शहीद हो गए थे. जिसके बाद से हर साल इस दिन को काला दिवस के रूप में मनाया जाता है.
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर-नेशनल हाईवे के जरिए केंद्रीय रिजर्व सुरक्षा बल का काफिला जम्मू से श्रीनगर की की ओर जा रहा था। इसी दरमियां अवंतीपोरा के गोरीपोरा के पास पर एक वाहन काफिले (Pulwama Attack) में शामिल बसों के बिल्कुल किनारे से होकर गुजर रहा था।
सैन्य जवान कार सवार को बार-बार काफिले से दूर रहने के लिए कह रहे थे। लेकिन कार सवार इस एनाउंटमेंट को नजरअंदाज कर रहा था। जवान कुछ समझ पाते, इतने में कार ने काफिले में शामिल बस में टक्कर मार दी। जिसके बाद तेज विस्फोट हुआ और इस हमले में 44 जवान बलिदान हो गए।
यह हमला कैसे हुआ और भारत ने बाद में क्या कार्रवाई की तथा कैसे पाकिस्तान में बैठे जैश के आतंकियों को भारतीय जवानों ने चुन-चुनकर मारा।
सर्जिकल स्ट्राइक से दिया जवाब
पुलवामा आतंकवादी हमले के ठीक 12 दिन बाद, भारत ने 25 फरवरी की देर रात पाकिस्तान के बालाकोट पर जवाबी हवाई हमला किया. इस ऑपरेशन के दौरान, लगभग 300 पाकिस्तानी आतंकवादी मारे गए. सरकारी सूत्रों के अनुसार, इस मिशन में लगभग 2,000 भारतीय वायु सेना के जवानों ने भाग लिया और क्षेत्र में आतंकवादी शिविरों पर लगभग 1,000 किलोग्राम बम गिराए. यह ऑपरेशन पूरी गोपनीयता के साथ किया गया और पाकिस्तान को चौंका दिया गया. इस निर्णायक कार्रवाई को बाद में बालाकोट एयर स्ट्राइक नाम दिया गया.
मिग-21 क्रैश और विंग कमांडर अभिनंदन का साहस
बालाकोट हवाई हमले के दौरान, भारत के मिग-21 बाइसन लड़ाकू विमान ने एक पाकिस्तानी F-16 जेट को भी मार गिराया. हालांकि, ऑपरेशन के दौरान, मिग-21 क्षतिग्रस्त हो गया और पाकिस्तान में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसके परिणामस्वरूप विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान को पाकिस्तानी सेना ने पकड़ लिया. इस कठिन परिस्थिति के बावजूद, अभिनंदन को 1 मार्च, 2019 को पाकिस्तान द्वारा रिहा कर दिया गया. उनकी बहादुरी के लिए भारत सरकार ने उन्हें प्रतिष्ठित ‘वीर चक्र’ से सम्मानित किया