महाकुंभ में दस दिनों में अब तक करीब 10 करोड़ श्रद्धालु पवित्र संगम में लगा चुके डुबकी
Published by धर्मेंद्र शर्मा

महाकुंभ में दस दिनों में अब तक करीब 10 करोड़ ( 9.73) करोड़ श्रद्धालु पवित्र संगम में डुबकी लगा चुके हैं। श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। महाकुंभ का स्नान 13 जनवरी पौष पूर्णिमा के साथ शुरू हुआ है। दूसरे स्नान पर्व मकर संक्रांति पर साढ़े तीन करोड़ से अधिक भक्तों ने संगम में डुबकी लगाई थी। 22 जनवरी को करीब तीस लाख भक्तों ने स्नान किया। इसमें 10 लाख कल्पवासियों के अलावा 20 लाख श्रद्धालु शामिल रहे। 22 जनवरी तक नौ करोड़ 73 लाख श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं।
मौनी अमावस्या की तेज हुई तैयारी
मौनी अमावस्या 29 जनवरी को है। यह सबसे बड़ा स्नान पर्व माना जाता है। अमावस्या पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। इस बार मौनी अमावस्या पर करीब 10 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है
महाकुंभ नगर में 29 जनवरी को होने जा रहे मौनी अमावस्या के अमृत स्नान में पुण्य की डुबकी लगाने के लिए 10 करोड़ लोगों के पावन त्रिवेणी के तट पर पहुंचने का अनुमान है। 29 जनवरी को मौनी अमावस्या का अमृत स्नान होगा। मेला प्रशासन के दावे के मुताबिक इस स्नान पर्व में 7 से 10 करोड़ के बीच श्रद्धालुओं और पर्यटकों के महाकुंभ पहुंचने का अनुमान है, जिसे लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। प्रशासन के साथ साथ साधु संतों के शिविरों में भी इस पावन अवसर पर अमृत स्नान के लिए आने वाले भक्तों के लिए व्यवस्था की जा रही है।
श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी शैलेशानंद गिरि बताते हैं कि अकेले उनके शिविर में इस पुण्य पर्व पर फ्रांस, इटली, जापान और रूस से पांच हजार से अधिक विदेशी भक्तों के लिए व्यवस्था की जा रही है। पायलट बाबा के ये सभी भक्त 24 जनवरी से पहुंचने लगेंगे।
प्रयागराज के सभी नौ स्टेशनों से दिशावार मेला स्पेशल ट्रेनों का होगा संचालन
दिव्य-भव्य महाकुंभ 2025 में प्रयागराज आकर संगम स्नान करने वाले श्रद्धालुओं के सभी रिकाॅर्ड ध्वस्त हो रहे हैं। मकर संक्रांति के पहले अमृत स्नान के दिन लगभग 3.5 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम स्नान किया, जिनके लिए प्रयागराज रेल मंडल ने 101 मेला स्पेशल ट्रेनें चलाई थीं। अब महाकुंभ के सबसे बड़े अमृत स्नान पर्व मौनी अमावस्य़ा के लिए भी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। मेला प्राधिकरण का अनुमान है कि मौनी अमावस्या के दिन 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम स्नान करेंगे। जिनमें से दस से बीस फीसदी श्रद्धालुओं के ट्रेन से आने का अनुमान है। जिनके लिए प्रयागराज रेल मंडल ने कमर कस ली है। ट्रेनों के अवागमन के साथ यात्रियों के ठहरने और सही ट्रेनों तक पहुंचने के लिए कलर कोडिंग के आधार पर टिकट और अतिरिक्त आश्रय स्थलों का प्रबंध कर लिया गया