यमुना विकास प्राधिकरण का किसानों ने किया घेराव मांगे नहीं मानी तो आंदोलन जारी रहेगा, इसी बीच किसानों की पुलिस के साथ हुई झड़प – सुनील प्रधान
Published by : धर्मेंद्र शर्मा
ग्रेटर नोएडा( धर्मेंद्र शर्मा):संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर दिनांक 25 नवम्बर 2024 को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर हुई ऐतिहासिक विशाल किसान महापंचायत के बाद शुरु हुआ विशाल किसान महापड़ाव आज तीसरे दिन भी जारी रहा, तय कार्यक्रम के अनुसार कल दिनांक 28 नवम्बर को महापड़ाव के माध्यम से धरना प्रदर्शन कर रहे पीड़ित किसान पैदल मार्च करते हुए, महापड़ाव का सामान ट्रैक्टर ट्रालियों में रखकर परी चौक होते हुए यमुना विकास प्राधिकरण पर पहुंचेंगे और विशाल किसान महापंचायत का आयोजन कर तय कार्यक्रम के अनुसार 4 दिवसीय महापड़ाव के लिए वहां डेरा डालेंगे और 2 दिसम्बर को दिल्ली के लिए कूच करेंगे।संयुक्त किसान मोर्चा और आन्दोलन को समर्थन दे चुके तीन अन्य बड़े किसान संगठन भारतीय किसान यूनियन मंच, भाकियू भानू और भाकियू चढूनी भी साथ मिलकर करेंगे किसानों की आवाज बुलन्द।
भारतीय किसान यूनियन के पश्चिमी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष पवन खटाना ने बताया 10% प्लॉट एवं नए भूमि अधिग्रहण कानून के सभी लाभ दिए जाने की मांग को लेकर लगभग 30000 किसानों ने हज़ारों ट्रैक्टर ट्रालियों एवं अन्य वाहनों के साथ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर दिनांक 25 नवम्बर को विशाल किसान महापंचायत कर रात दिन का किसान महापड़ाव शुरू किया था यह ऐतिहासिक निर्णायक आन्दोलन, संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल दर्जनों किसान संगठनों के साथ 25 नवम्बर को शामिल हुए थे भारतीय किसान यूनियन मंच, भाकियू भानु और भाकियू चढूनी।
आन्दोलन की ओर से जारी प्रेस रिलीज़ के माध्यम से बताया गया कि पुराने कानून के तहत जमीन लिए जाने से प्रभावित सभी किसानों को 10% प्लॉट और 64.7% बढ़ा हुआ मुआवजा दिए जाने और 1 जनवरी 2014 के बाद जमीन लिए जाने से प्रभावित किसानों को को बाजार दर का 4 गुना मुआवजा, 20% प्लॉट दिए जाने के साथ ही सभी भूमिधर और भूमिहीन किसानों के बच्चों को रोजगार तथा पुनर्वास के लाभ दिए जाने तथा आबादियों का निस्तारण करने के साथ साथ हाइपावर कमेटी द्वारा किसानों के हक में पास किए गए मुद्दों पर जी ओ लाकर उन्हें लागू किए जाने तक आंदोलन जारी रहेगा। मोर्चा के सभी संगठन हजारों की संख्या में किसान, युवा और महिलाएं लेकर कल यमुना प्राधिकरण के लिए कूच करेंगे, बड़ी संख्या में किसान महिलाएं और युवा पैदल मार्च करते हुए ट्रैक्टर ट्रालियों में महापड़ाव का राशन पानी लेकर कूच करेंगे।
इस राष्ट्रीय स्तर के आंदोलन को भारतीय किसान यूनियन टिकैत, भाकियू महात्मा टिकैत, राष्ट्रीय किसान समन्वय में शामिल किसान संगठन जय जवान जय किसान मोर्चा एवं भारतीय किसान सभा, भारतीय किसान परिषद, किसान एकता संघ, किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा तथा भाकियू कृषक शक्ति, भाकियू अजगर और सिस्टम सुधार आदि दर्जनों किसान संगठनों ने एक साथ मिलकर शुरू किया था जिसमे और अन्य तीन बड़े संगठन भाकियू मंच, भाकियू भानु तथा भाकियू चढूनी भी मजबूत स्थिति में शामिल होकर आन्दोलन को और मजबूत कर रहे हैं।