उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और शरद पवार की एनसीपी के सामने सरेंडर कर दिया,संजय राउत के भी बदले सुर
रिपोर्ट : सुनील गुप्ता
मुंबई( सुनील गुप्ता) : आगामी विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री के चेहरा बनाने पर अड़े उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और शरद पवार की एनसीपी के सामने सरेंडर कर दिया है। पार्टी ने मान लिया है कि फेम मामले में कांग्रेस और शरद पवार उनकी नहीं सुनने वाले हैं। इसलिए उन्होंने सुर बदल दिया है। उद्धव ठाकरे के प्रमुख प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने अब कहा है कि चुनाव परिणाम आने के बाद मुख्यमंत्री के नाम का फैसला लिया जाएगा। पार्टी के युवा नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि मुख्यमंत्री के बाबत महाविकास अघाड़ी के घटक दल समय पर मिलकर निर्णय लेंगे।
चुनाव में मुख्यमंत्री के चेहरे पर अड़ी थी उद्धव सेना
दरअसल महाविकास अघाड़ी के प्रमुख दल उद्धव सेना शुरू से ही इस बात को लेकर अड़ी थी कि चुनाव में मुख्यमंत्री का चेहरा होना चाहिए। संजय राउत बार-बार बयान दे रहे थे कि चूंकि उद्धव ठाकरे को सरकार चलाने का अनुभव है और वे मुख्यमंत्री रहते हुए जनता में बहुत लोकप्रिय थे इसलिए उनका चेहरा सामने कर चुनाव लड़ना चाहिए। इसका सबसे पहले शरद पवार ने विरोध किया। तब पवार ने कहा था कि चुनाव नतीजे आने के बाद मुख्यमंत्री के बारे में निर्णय लिया जाएगा।
उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस को मनाने की कोशिश की
शरद पवार के बयान के बाद उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस को मनाने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र कांग्रेस से बात नहीं बन पाई तो उद्धव ठाकरे अपने पूरे परिवार सहित दिल्ली पहुंच गए। वहां पर उन्होंने सोनिया गांधी, राहुल गांधी सहित कांग्रेस व अन्य दलों के अन्य सारे नेताओं ने मुलाकात की, लेकिन वहां पर भी उद्धव को खाली हाथ लौटना पड़ा। उद्धव ठाकरे के महाराष्ट्र में आने के बाद प्रदेश कांग्रेस भी खुलकर कहने लगी कि चुनाव नतीजे के बाद सीएम का निर्णय लिया जाएगा। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले महाविकास आघाडी ही चेहरा रहेगा। चुनाव परिणाम आने के बाद मुख्यमंत्री का निर्णय लिया जाएगा।
शरद पवार ने ठाकरे को जोर का झटका दिया
बुधवार को एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने ठाकरे को जोर का झटका दिया। उन्होंने जोरदार तरीके से कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले महाविकास आघाड़ी को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने की कोई जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार इस आधार पर तय किया जाएगा कि गठबंधन में कौन सी पार्टी सबसे अधिक सीटें जीतती है। कांग्रेस की तरफ से कहा गया था कि चुनाव के बाद ही मुख्यमंत्री का नाम तय किया जाएगा।
संजय राउत ने पवार के सुर में सुर मिलाया
कांग्रेस और शरद पवार की स्पष्ट भूमिका के बाद उद्धव सेना के सिपहसालार संजय राउत ने पवार के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि पवार बिलकुल सही कह रहे हैं। चुनाव परिणाम आने के बाद ही मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला होगा। नतीजों के बाद ही मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला होगा। जनता के मन में जो चेहरा है, जनता उसी को मुख्यमंत्री बनाएगी। पवार साहब की बात शत-प्रतिशत ठीक है। महाराष्ट्र में तीन दलों का गठबंधन है और हम महाविकास आघाड़ी का हिस्सा हैं। हमारा सबसे पहला काम है महायुति के भ्रष्ट सरकार को हटाना और मुख्यमंत्री पद के बारे में कभी भी चर्चा कर सकते हैं। आदित्य ठाकरे ने कहा कि एमवीए मुख्यमंत्री पद के लिए नहीं लड़ रही है। सीट बंटवारे को लेकर जरूर एमवीए गठबंधन में खींचतान होगा ही, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि गठबंधन टूट रहा है।