दिल्ली राजेंद्र नगर के कोचिंग सेंटर में बेसमेंट में पानी भर जाने से 3 बच्चो की हुई मौत। डूब गए आईएएस बनने के सपने
Published by:पत्रकार धर्मेंद्र शर्मा
दिल्ली (पत्रकार धर्मेंद्र शर्मा ): राजेंद्र नगर के कोचिंग सेंटर में हुए हादसे में तीन स्टूडेंट्स की मौत के बाद उनके परिवारों के सपने ही नहीं टूटे हैं, बल्कि सब कुछ खत्म हो गया है। नेविन डेल्विन श्रेया यादव और तान्या सोनी तीनों ही बहुत ही होनहार छात्र थे और तीनों UPSC एग्जाम की तैयारी कर रहे थे। श्रेया यादव और तान्या सोनी इसी IAS स्टडी सेंटर में UPSC की तैयारी कर रहे थे। नेविन डेल्विन JNU से पीएचडी कर रहे थे और हादसे के वक्त सेंटर के बेसमेंट में चल रही लाइब्रेरी से किताब लेने आए थे। हादसे के बाद उनके परिवार वाले सदमे में हैं।
ताजा वीडियो में क्या है?
वीडियो में दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर के लोकप्रिय यूपीएससी कोचिंग हब की बदहाली भी दिख रही है जहां लोग घुटने तक पानी में डूबे हुए दिखाई दे रहे हैं। एक मोटरसाइकिल भी कीचड़ भरे पानी में आधी डूबी हुई दिख रही है। बेसमेंट जमीन से आठ फीट नीचे था और शनिवार शाम को कई छात्र इसमें मौजूद थे जब इसमें पानी भर गया। तनिया सोनी, श्रेया यादव दोनों 25 और नवीन डेल्विन (28) को छोड़कर सभी समय रहते बाहर निकल गए। सात घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद मध्यरात्रि के बाद तीनों के शव बरामद किए गए।
एनओसी किसी और की और चल रहा था कुछ और
दिल्ली दमकल सेवा के प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा कि बेसमेंट का पानी निकालने का कोई विकल्प नहीं था। तीन मंजिला कोचिंग सेंटर की बिल्डिंग प्लान को दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) विभाग ने 2021 में मंजूरी दे दी थी, जिसमें झूठ बोलकर बताया गया था कि इसे स्टोर रूम के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है, जैसा कि बिल्डिंग प्लान और फायर डिपार्टमेंट के नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (एनओसी) में दिखाया गया था। गर्ग ने बताया कि बिल्डिंग में फायर एनओसी है, लेकिन एनओसी में उन्होंने बेसमेंट को स्टोर रूम के रूप में दिखाया था। संस्थान का प्रबंधन उसी कमरे को क्लासरूम या लाइब्रेरी के रूप में इस्तेमाल कर रहा था जो कि एनओसी का उल्लंघन है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस इलाके में कई अन्य कोचिंग संस्थान हैं जो बेसमेंट से संचालित होते हैं।
करीब 16 घंटे से अपने फ्रेंड को खोज रही कार्तिका रविवार दोपहर उस समय फफक पड़ीं जब उन्हें मालूम चला कि जिसे मिसिंग समझ रहीं है अब वो इस दुनिया में नहीं है। मूल रूप से पुणे (महाराष्ट्र) की रहने वाली कार्तिका भी सिविल सर्विस की तैयारी के लिए दिल्ली के इसी राजेंद्र नगर स्थित एक कोचिंग सेंटर से पढ़ाई कर रही हैं। वो एक साल से यहां रह कर तैयारी कर रही हैं।