काशी में गंगा तट पर उतर आया देवलोक, कहीं जगमग दीए तो कहीं पटाखों से रोशन हुआ आसमान
वाराणसी ब्यूरो
वाराणसी के घाट आज ऐसे प्रतीत हो रहे हैं जैसे आसमान से गंगा के तट पर देवलोक उतर आया हो। देव दीपावली पर इस बार काशी से ”सभी सनातनी एक जाति एक पंथ” का संदेश पूरी दुनिया को जाएगा। दुनिया के 70 देशों के राजदूतों के सामने 84 घाटों पर होने वाले आयोजनों के जरिये एक भारत श्रेष्ठ भारत, आत्मनिर्भर भारत और सशक्त भारत का स्वरूप प्रदर्शित होगा।
वाराणसी में जैसे-जैसे शाम हुई शहर स्वर्ग सा नजर आ रहा है। दोपहर से ही लोग घाटों पर जम गए देवों की दिवाली देखने। दीयों से घाट जगमगा उठे। उत्तरवाहिनी गंगा के तट पर 85 घाटों पर 12 लाख और जन सहभागिता से लगभग 21 लाख से अधिक दीप काशीवासी घाटों, कुंडों, तालाबों और सरोवरों पर जलाएंगे। पर्यटक गंगा पार रेती पर शिव के भजनों के साथ क्रैकर्स शो का भी आनंद ले सकेंगे। गंगा द्वार पर लेजर शो के माध्यम से श्री काशी विश्वनाथ धाम पर आधारित काशी का महत्व और कॉरिडोर के निर्माण संबंधित जानकारी लेजर शो के माध्यम से दिखाई जाएगी।
देव दिवाली के लिए प्रदेश के मुखिया सीएम योगी आदित्यनाथ वाराणसी पहुंच गए हैं। विश्वविख्यात काशी की देव दीपावली का विधिवत उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नमो घाट से किया। यहां मुख्यमंत्री 70 देशों के राजदूत और विदेशी प्रतिनिधियों की मौजूदगी में पहला दीप जलाया। इसके बाद बाकी घाटों पर दीप प्रज्ज्वलन शुरू हुआ। यहां से मेहमानों के साथ वे क्रूज पर सवार होकर घाटों के अप्रतिम छटा निहारने के लिए निकलेंगे। करीब सवा छह बजे सीएम का क्रूज दशाश्वमेध घाट के सामने पहुंचेगा और मनमोहक गंगा आरती के साक्षी बनेंगे। वाराणसी के घाट और सड़कों पर जगह-जगह रंगोली नजर आ रही है। कहीं शिव मंत्र का जाप तो कहीं कथा हो रही है।