बड़ी खबर : नोएडा के एसआरएस हॉस्पिटल के डॉ. बसंत डालमिया पर एफआईआर, ऑपरेशन में लापरवाही का मामला, बच गई जान
ब्यूरो रिपोर्ट
गाजियाबाद : महिंद्रा एंक्लेव निवासी एक व्यक्ति ने कोर्ट के आदेश पर नोएडा सेक्टर-70 स्थित एसआरएस मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल के डॉक्टर तथा सहयोगी स्टाफ के खिलाफ कविनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पीड़ित का आरोप है कि डॉक्टरों ने लापरवाहीपूर्वक उनकी पित्त की थैली का ऑपरेशन किया, जिससे उनकी जान पर बन आई। संक्रमण फैलने से आंतों में पैरालिसिस हो गया। थक हार कर दूसरे अस्पताल में उपचार कराना पड़ा। पुलिस का कहना है कि जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
*क्या है पूरा मामला*
महिंद्रा एंक्लेव निवासी अस्तित्व सिंह का कहना है कि उन्होंने अपना हेल्थ इंश्योरेंस कराया था। उनकी पित्त की थैली में पथरी हो गई थी, जिसकी वजह से उन्हें असहनीय दर्द होता था। उन्होंने मेडिकल सेवा उपलब्ध कराने वाली बेंगलुरु की कंपनी प्रैक्टो टेक्नोलॉजी के कर्मचारी यश गर्ग से बात की तो उन्होंने ओआईडीबी भवन नोएडा सेक्टर-70 के सामने स्थित एसआरएस मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल (SRS multispeciality Hospital) में उपचार कराने का सलाह दी। यश गर्ग ने आने जाने के लिए एंबुलेंस सेवा मुहैया कराने की भी बात कही थी।
अस्पताल में डॉक्टर बसंत डालमिया (Dr. Basant Dalmiya) ने उनका ऑपरेशन कर दिया और 29 मई को डिस्चार्ज कर दिया। अस्तित्व सिंह का कहना है कि उसी रात उनके पेट में तेज दर्द हो गया। बात करने पर डॉ. बसंत डालमिया ने किसी स्थानीय अस्पताल में दिखाने की सलाह दी। वह कविनगर के सर्वोदय अस्पताल गए और वहां डालमिया से बात कराकर उपचार कराया। आराम नहीं होने पर फिर से एसआरएस अस्पताल में भर्ती हुए। जांच में पता चला कि उन्हें पेट में संक्रमण हो गया है। उपचार के बाद उन्हें डिस्चार्ज किया गया। पीड़ित का कहना है कि फिर से दर्द उठने पर वह गाजियाबाद के नेहरू नगर स्थित यशोदा अस्पताल में भर्ती हुए। वहां बताया गया कि ऑपरेशन करते वक्त नसों में क्लिप नहीं लगाई गई थी, जिसके चलते संक्रमण हो गया है।
*जांच के आधार पर होगी कार्रवाई*
अस्तित्व सिंह का कहना है कि डॉ. डालमिया और अस्पताल की लापरवाही से उनकी जान खतरे में पड़ गई। उन्हें यशोदा अस्पताल में उपचार कराना पड़ा, जिससे हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी के 1.20 लाख रुपए खर्च हो गए और उन्हें शारीरिक व मानसिक कष्ट झेलना पड़ा। पुलिस में शिकायत करने पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो कोर्ट की शरण लेनी पड़ी। एसीपी कविनगर अभिषेक श्रीवास्तव का कहना है कि कोर्ट के आदेश पर एसआरएस अस्पताल के डॉक्टर बसंत डालमिया और अन्य सहयोगी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। विवेचना शुरू कर दी गई है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।