गाजियाबाद। भारतीय वायु सेना के वारंट अफसर नरेंद्र सिंह से फ्लैट दिलाने के नाम पर 10 लाख रुपये हड़पने का मामला सामने आया है। आरोप है कि रुपये लेने के बाद बिल्डर ने न तो फ्लैट दिया और न ही रुपए वापस किए। मामले में नरेंद्र सिंह ने अशोका प्रियांश बिल्डर के डायरेक्टर राकेश कुमार यादव और मनोज यादव के खिलाफ वेव सिटी थाने में केस दर्ज कराया है। नरेंद्र मूलरूप से अमरोहा के रहने वाले हैं। हाल में आगरा में उनकी तैनाती है। नरेंद्र सिंह का कहना है कि 2014 में वह गाजियाबाद में बतौर जूनियर वारंट अफसर तैनात थे। उस दौरान उन्होंने अशोक प्रियांश बिल्डर के श्री साईं हाउस वाटिका प्रोजेक्ट में एक फ्लैट 25 लाख रुपये में बुक किया था। इसके लिए उन्होंने चेक के जरिये कई बार में बिल्डर राकेश यादव व मनोज यादव को 10 लाख रुपये दिए। सितंबर 2014 में राकेश यादव और मनोज यादव ने एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर भी किए, जिसमें 15 महीने बाद फ्लैट पर कब्जा देने का वादा किया गया। आरोप है कि तय समय के बाद भी उन्हें फ्लैट का कब्जा नहीं दिया गया। मौके पर जाकर पता चला कि राकेश और मनोज ने जमीन व निर्माणाधीन फ्लैट बेच चुके हैं। बाकी को बेचने की तैयारी कर रहे हैं। विरोध करने पर राकेश और मनोज ने उन्हें पांच-पांच लाख के दो चेक दिए जो बाउंस हो गए। एसीपी का कहना है कि मामले की जांच कर रही है