फोर्टिस हॉस्पिटल में बिजली सुरक्षा को लेकर जागरूकता कार्यक्रम, असिस्टेंट डायरेक्टर रमेश कुमार ने दी महत्वपूर्ण जानकारी
Published by प्रदीप कुमार

नोएडा: फोर्टिस हॉस्पिटल, नोएडा में शुक्रवार को एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य बिजली से जुड़ी दुर्घटनाओं से बचाव एवं सुरक्षा उपायों की जानकारी देना था। इस कार्यक्रम का नेतृत्व नोएडा के असिस्टेंट डायरेक्टर रमेश कुमार ने किया। उन्होंने हॉस्पिटल स्टाफ को बिजली के सुरक्षित उपयोग एवं इससे संबंधित सावधानियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम में रमेश कुमार ने बताया कि वर्तमान समय में बिजली हमारी जिंदगी का अभिन्न हिस्सा बन चुकी है, लेकिन यदि इसका उपयोग असावधानी से किया जाए, तो यह जानलेवा भी हो सकती है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को बिजली के सुरक्षित प्रयोग की जानकारी होना आवश्यक है, विशेषकर अस्पताल जैसे संवेदनशील स्थानों में जहां जीवन रक्षक उपकरण लगातार बिजली पर निर्भर करते हैं।
उन्होंने बताया कि बिजली से बचाव के लिए कुछ मूलभूत सावधानियां अपनाना अनिवार्य है जैसे – समय-समय पर वायरिंग की जांच, ओवरलोडिंग से बचाव, उपकरणों का सही तरीके से उपयोग, ग्राउंडिंग (अर्थिंग) की उचित व्यवस्था, और इमरजेंसी के समय तुरंत पावर सप्लाई बंद करने की प्रक्रिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि कर्मचारियों को यह जानना चाहिए कि बिजली से संबंधित किसी भी आपात स्थिति में क्या कदम उठाने चाहिए।
रमेश कुमार ने यह भी बताया कि फोर्टिस हॉस्पिटल में सुरक्षा मानकों को लेकर गंभीरता बरती जाती है, और यहां नियमित रूप से ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, ताकि स्टाफ न केवल चिकित्सकीय रूप से दक्ष हो, बल्कि तकनीकी सुरक्षा के प्रति भी सजग बना रहे।
कार्यक्रम के दौरान अस्पताल के विभिन्न विभागों से आए कर्मचारियों ने भाग लिया और बिजली सुरक्षा से जुड़े कई सवाल पूछे। रमेश कुमार ने सभी सवालों के उत्तर देते हुए उन्हें प्रेरित किया कि वे अपनी कार्यस्थली पर बिजली से संबंधित सुरक्षा मानकों का पालन करें और दूसरों को भी इसके लिए जागरूक करें।
अंत में उन्होंने कहा कि “जागरूकता ही सबसे बड़ा बचाव है। यदि हम सजग हैं तो किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सकता है।”