कम्हारी में बोलेरो चालक की हत्या का खुलासा, वेब सीरीज से प्रेरित थे आरोपी
Published by धर्मेंद्र शर्मा

मिर्जापुर। पड़री थाना क्षेत्र के कम्हारी गांव में बोलेरो चालक प्रमोद गुप्ता की हत्या के मामले का पुलिस ने बुधवार को खुलासा कर दिया। हत्या की इस वारदात को चार युवकों ने मिलकर अंजाम दिया था, जिनमें से तीन नाबालिग हैं। पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त चाकू, बोलेरो वाहन, खून से सनी शर्ट और अन्य सामान बरामद कर लिया है।
एएसपी ऑपरेशन ओपी सिंह और सीओ सदर अमर बहादुर ने प्रेसवार्ता में बताया कि 10 अप्रैल को कम्हारी निवासी प्रमोद गुप्ता को गांव के दो नाबालिगों ने बोलेरो बुकिंग के बहाने पटेहरा चलने को कहा। भरुहना चौराहे पर एक अन्य नाबालिग भी मिला और तीनों ने मिलकर बहुती जंगल की ओर रुख किया। रास्ते में शराब खरीदी गई और प्रमोद को ज्यादा शराब पिलाकर कमजोर किया गया। इसके बाद बहुती जंगल में चाकू से उसकी हत्या कर शव को झाड़ियों में छिपा दिया गया।
प्रमोद की गुमशुदगी की सूचना पर परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने जांच शुरू की। 14 अप्रैल को जंगल में शव मिलने के बाद जांच ने तेजी पकड़ी। अमित गुप्ता (प्रमोद के भाई) के साले की गवाही पर संदेहियों की पहचान हुई। पूछताछ में तीनों नाबालिगों ने अपना जुर्म कबूल लिया। उनके बयान के आधार पर चौथे आरोपी हेमंत पांडेय उर्फ दीपक को गिरफ्तार किया गया, जिसने बोलेरो से मैट और म्यूजिक सिस्टम निकाल लिए थे।
सीओ ने बताया कि हत्या के बाद आरोपी बोलेरो को दो लाख रुपये में बेचने की फिराक में थे। आरोपी दीपक से इस बारे में पहले ही बातचीत हो चुकी थी। हत्या की साजिश काफी पहले से रची गई थी। दोनों नाबालिग आरोपियों ने 10 अप्रैल से पहले अघवार निवासी एक अन्य बोलेरो चालक को निशाना बनाना चाहा था, लेकिन उसकी गाड़ी उपलब्ध न होने के कारण वह बच गया।
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि आरोपी वेब सीरीज मिर्जापुर से प्रेरित थे। पुलिस के अनुसार, एक नाबालिग ने अपना नाम ‘कालीन भैया’ रख लिया था और उसी किरदार की तरह गैंगस्टर बनने की सोच रखता था। अब तीनों नाबालिगों को बाल सुधार गृह और मुख्य आरोपी हेमंत को जेल भेजा गया है।