उद्यमियों के लिए ‘ड्रीम डेस्टिनेशन’ बना उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
Published by धर्मेंद्र शर्मा

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को उद्योग संगठन फिक्की (FICCI) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश आज देश के सबसे बड़े उपभोक्ता और श्रम बाजार के रूप में उद्यमियों का स्वागत कर रहा है। उन्होंने कहा कि निवेश के लिए यूपी सबसे पसंदीदा राज्य बन चुका है, जहां सरकार न केवल उद्यमियों की पूंजी की सुरक्षा की गारंटी देती है, बल्कि वचनबद्धता का पालन भी करती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश को अराजकता, गुंडागर्दी और भ्रष्टाचार के लिए जाना जाता था। लोग अपनी पहचान छिपाकर चलते थे। लेकिन आज प्रदेश में कानून का शासन स्थापित हो चुका है। धर्मस्थलों से अनावश्यक शोर हटाकर और सड़कों को पर्वों के दौरान जाम से मुक्त कर यह सिद्ध किया गया है कि अब यूपी में नियमों का पालन सख्ती से हो रहा है।
योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ का उदाहरण देते हुए बताया कि 2017 से पहले कुंभ में गंदगी और अव्यवस्था आम थी, लेकिन इस बार स्वच्छता और सुव्यवस्था ने सबका ध्यान खींचा। उन्होंने कहा कि पुलिस भर्तियों में पारदर्शिता लाई गई और 60,000 से अधिक पुलिसकर्मियों की भर्ती की गई है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि कभी “बीमारू” कहे जाने वाले उत्तर प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय और राज्य सकल घरेलू उत्पाद (GSDP) पिछले आठ वर्षों में दोगुना हो चुके हैं। आज यूपी देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभर चुका है।
प्रदेश में हुए बुनियादी ढांचे के विकास पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले खराब सड़कों और अंधेरे के लिए बदनाम उत्तर प्रदेश अब देश का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे नेटवर्क, मेट्रो रेल सेवा, विस्तृत रेल नेटवर्क और जलमार्ग व्यवस्था वाला राज्य बन गया है। यूपी में चार लाख किलोमीटर का नेशनल हाईवे नेटवर्क और 16 कार्यशील हवाई अड्डे हैं। साथ ही एशिया का सबसे बड़ा जेवर एयरपोर्ट भी तेजी से निर्माणाधीन है।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि आज प्रदेश की 122 चीनी मिलों में से 105 मिलें गन्ना किसानों को अधिकतम सात दिनों में भुगतान कर रही हैं। वर्ष 2017 में सैमसंग और टीसीएस जैसी कंपनियां उत्तर प्रदेश छोड़ने की तैयारी में थीं, लेकिन सरकार ने उन्हें विश्वास दिलाया और आज प्रदेश में 15 लाख करोड़ रुपये का निवेश साकार हो चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने वर्ष 2017 से पहले की बकाया प्रोत्साहन राशि का भुगतान भी उद्यमियों को किया है और उनकी पूंजी की सुरक्षा का वचन निभाया है। उन्होंने मुंबई के एक उद्यमी का उदाहरण देते हुए कहा कि सुरक्षा की गारंटी देने के बाद उस उद्यमी ने यूपी में 4000 करोड़ रुपये का निवेश किया और 2023 में उत्तर प्रदेश को निवेश का “ड्रीम डेस्टिनेशन” बताया।
बैठक में फिक्की अध्यक्ष हर्षवर्धन अग्रवाल ने महाकुंभ और अयोध्या के कायाकल्प को ऐतिहासिक परिवर्तन का प्रतीक बताया। फिक्की उत्तर प्रदेश स्टेट काउंसिल के चेयरमैन मनोज गुप्ता और वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनंत गोयनका ने प्रदेश में हुए सकारात्मक बदलावों की सराहना की। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, सीएम के सलाहकार अवनीश अवस्थी, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद समेत देशभर से आए उद्यमी उपस्थित रहे।