कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर पुलिस का सराहनीय कार्य: उबर एप्लीकेशन से फर्जीवाड़ा करने वाले दो शातिर गिरफ्तार
Published by धर्मेंद्र शर्मा

ग्रेटर नोएडा (धर्मेंद्र शर्मा): थाना इकोटेक प्रथम पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए उबर एप्लीकेशन पर फर्जी आधार कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस एडिट कर खुद को ड्राइवर और राइडर बनाकर कंपनी से धोखाधड़ी कर भुगतान लेने वाले दो शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने अभियुक्तों के कब्जे से फर्जी आधार कार्ड की 500 छाया प्रति, 21 मोबाइल फोन, एक बैग, एक छोटा प्रिंटर और एक हुंडई आई-10 कार बरामद की है।
पुलिस के अनुसार, 8 अप्रैल 2025 को लोकल इंटेलिजेंस की मदद से मौ. उमेर पुत्र नजमुद्दीन (निवासी सुंदर नगरी, दिल्ली) और मुजफ्फर जमाल पुत्र जाकिर जमाल (निवासी विजय पार्क, मोजपुर, दिल्ली) को घरबरा अंडरपास के पास से गिरफ्तार किया गया। दोनों अभियुक्त पेशेवर किस्म के अपराधी हैं और काफी समय से इस फर्जीवाड़े को अंजाम दे रहे थे।
अपराध का तरीका
जांच में खुलासा हुआ कि अभियुक्त विभिन्न मोबाइल फोनों के माध्यम से उबर एप्लीकेशन पर ड्राइवर आईडी बनाते थे। इसके लिए एक ही आधार कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस को ऑनलाइन ऐप्स के जरिए एडिट कर कई फर्जी दस्तावेज तैयार किए जाते थे। फोटो बदलने के लिए गूगल लेंस का इस्तेमाल किया जाता था। फर्जी आईडी के जरिए पहले छोटी-छोटी राइड पूरी कर कंपनी का भरोसा जीता जाता और फिर कंपनी से लोन के रूप में धनराशि ली जाती। इसके बाद लंबी दूरी की फर्जी राइड बुक कर बिना यात्रा किए ही भुगतान प्राप्त कर लिया जाता। पकड़े जाने पर आईडी ब्लॉक हो जाती और फिर नया फर्जी अकाउंट बनाकर अपराध दोहराया जाता था।
पंजीकृत अभियोग
अभियुक्तों के खिलाफ थाना इकोटेक प्रथम, गौतमबुद्धनगर में मु0अ0सं0-45/2025 धारा 338/336(3) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बरामद किया गया सामान
पुलिस ने इनके पास से 500 फर्जी आधार कार्ड की छाया प्रति, 21 मोबाइल फोन, एक पिट्ठू बैग, एक छोटा प्रिंटर और एक कार बरामद की है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दोनों अभियुक्तों से आगे की पूछताछ जारी है और गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है।