सपा के तीन बागी विधायकों ने की अमित शाह से मुलाकात, सियासी हलचल तेज
Published by धर्मेंद्र शर्मा

नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी (सपा) के तीन बागी विधायक विनोद चतुर्वेदी, राकेश प्रताप सिंह और अभय सिंह ने मंगलवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने सपा से बगावत करने की वजहों पर चर्चा की और अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर भी बातचीत की। इस मुलाकात के बाद उत्तर प्रदेश में संभावित मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं।
भाजपा में जाने की अटकलें?
सपा से बगावत करने वाले ये विधायक बीते कुछ दिनों से भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से लगातार मुलाकात कर रहे हैं। हालांकि, अभी तक इन्हें भाजपा में शामिल करने या कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपने को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। इससे इन विधायकों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। मंगलवार को भाजपा के राज्यसभा सांसद संजय सेठ के साथ तीनों बागी विधायकों ने अमित शाह से मिलकर अपनी चिंताओं को साझा किया।
सपा का रुख और संभावित प्रभाव
समाजवादी पार्टी ने अब तक इन बागी विधायकों की सदस्यता खत्म करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। लोकसभा चुनावों के दौरान इन विधायकों की बगावत का सपा पर कोई खास असर नहीं पड़ा, लेकिन चुनावी नतीजों के बाद भाजपा की हार के कारण इन विधायकों की उपयोगिता पर भी सवाल उठने लगे हैं।
अखिलेश यादव का तंज
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इन विधायकों की अमित शाह से मुलाकात पर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया पर टिप्पणी की। उन्होंने लिखा, ‘जो अपने दर से दगा करता है, वो दर-दर भटकता है।’ अखिलेश यादव पहले भी बागी विधायकों को पार्टी में वापस न लेने की बात कह चुके हैं और इस मुद्दे पर वे नाराजगी जता चुके हैं।
आगे की रणनीति पर नजर
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि अगर भाजपा इन विधायकों को अपने पाले में लेती है तो प्रदेश में सियासी समीकरण बदल सकते हैं। वहीं, मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों के बीच इन विधायकों को कोई भूमिका मिलती है या नहीं, यह देखने लायक होगा। भाजपा के लिए भी यह फैसला महत्वपूर्ण होगा कि वह इन बागी विधायकों को अपने संगठन में शामिल कर सपा को कमजोर करने की रणनीति अपनाती है या नहीं।
फिलहाल, सभी की निगाहें भाजपा के अगले कदम पर टिकी हैं।