जिलाधिकारी दीपक मीणा ने की जनसुनवाई, कहा- हर शिकायत का हो गुणवत्तापूर्ण निस्तारण
Published by धर्मेंद्र शर्मा

गाजियाबाद (दीपक मिश्रा): कलेक्ट्रेट स्थित जिलाधिकारी कार्यालय में जिलाधिकारी दीपक मीणा द्वारा जनसुनवाई की गई। इस दौरान बड़ी संख्या में शिकायतकर्ता अपनी समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी से मिलने पहुंचे। जिलाधिकारी ने प्रत्येक शिकायत को गंभीरता से सुना और त्वरित व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के निर्देश दिए।
जनसुनवाई में स्वास्थ्य, पुलिस, जीडीए, विद्युत विभाग, बैंक, पेंशन, और घरेलू विवादों से जुड़ी कई शिकायतें प्राप्त हुईं। जिलाधिकारी ने मौके पर ही कई मामलों का समाधान किया और शेष शिकायतों को संबंधित विभागों को भेजकर समय सीमा में निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि शिकायतों का निस्तारण केवल औपचारिकता नहीं होना चाहिए, बल्कि शिकायतकर्ता की संतुष्टि भी सुनिश्चित होनी चाहिए।
व्हाट्सएप से मॉनिटरिंग
जिलाधिकारी ने बताया कि जो शिकायतें मौके पर निस्तारित नहीं हो पातीं, उन्हें व्हाट्सएप और अन्य डिजिटल माध्यमों से संबंधित अधिकारियों को भेजा जाता है। इसके बाद निस्तारण की प्रगति की मॉनिटरिंग भी की जाती है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि निस्तारण के बाद शिकायतकर्ताओं से फीडबैक भी लिया जाए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि समाधान प्रभावी और संतोषजनक है।
प्राथमिकता पर त्वरित निस्तारण
जनसुनवाई में कई प्रकार की शिकायतें सामने आईं। कुछ मामलों में पुलिस से संबंधित शिकायतों में त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता थी। विद्युत आपूर्ति में अनियमितता की शिकायत करने वालों को भी भरोसा दिलाया गया कि उनकी समस्या जल्द हल होगी। पेंशन से जुड़े कई मामले सामने आए, जिनमें जिलाधिकारी ने संबंधित विभाग को निर्देश दिए कि पात्रों को समय पर पेंशन उपलब्ध कराई जाए।
घरेलू विवादों को लेकर बढ़ती शिकायतें
घरेलू झगड़ों से जुड़ी शिकायतों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिली। जिलाधिकारी ने ऐसे मामलों को गंभीरता से लेते हुए कहा कि पारिवारिक विवादों में मध्यस्थता के जरिए समाधान का प्रयास किया जाना चाहिए ताकि कानूनी प्रक्रिया में जाने की आवश्यकता न पड़े।
शिकायतकर्ताओं से संवाद जरूरी
जिलाधिकारी दीपक मीणा ने कहा कि केवल शिकायत सुनना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि संवाद भी आवश्यक है। अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे निस्तारण के बाद शिकायतकर्ताओं से संपर्क करके यह सुनिश्चित करें कि वे समाधान से संतुष्ट हैं या नहीं।
अधिकारियों की उपस्थिति
जनसुनवाई के दौरान एडीएम (एलए) विवेक मिश्र और एसडीएम निखिल चक्रवर्ती भी मौजूद रहे। उन्होंने भी अपनी उपस्थिति में कई मामलों को तत्काल सुलझाया। जिलाधिकारी ने अंत में कहा कि गाजियाबाद में जनसुनवाई का उद्देश्य लोगों को त्वरित, पारदर्शी और गुणवत्तापूर्ण समाधान प्रदान करना है। यह प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी ताकि लोगों का प्रशासन पर भरोसा बना रहे।