यह ‘मृत्युंजय महाकुंभ’ था मृत्यु कुंभ नहीं,सीएम योगी का ममता बनर्जी पर पलटवार
ब्यूरो रिपोर्ट

लखनऊ, 26 मार्च 2025 — उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में एएनआई के साथ एक विशेष साक्षात्कार में महाकुंभ 2025 को ‘मृत्युंजय महाकुंभ’ करार दिया। उन्होंने कहा कि तमाम चुनौतियों के बावजूद यह आयोजन पूरी तरह सफल रहा। सीएम योगी ने महाकुंभ को लेकर आलोचनाओं पर कड़ा पलटवार करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाया।
ममता बनर्जी के ‘मृत्यु कुंभ’ बयान पर जवाब
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा प्रयागराज महाकुंभ को “मृत्यु कुंभ” कहे जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए सीएम योगी ने कहा, “13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रतिदिन 50 हजार से 1 लाख श्रद्धालु पश्चिम बंगाल से प्रयागराज आते थे। पश्चिम बंगाल सरकार इस भीड़ को देखकर घबरा गई। चाहे वह पश्चिम बंगाल सरकार हो, कांग्रेस, आरजेडी या समाजवादी पार्टी — उन्होंने जो भी कहा, वह तुष्टिकरण की राजनीति और भारत की आस्था का अपमान है। लेकिन यह ‘मृत्युंजय महाकुंभ’ था, जहां करोड़ों श्रद्धालुओं की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा गया।”
महाकुंभ में हुई मौतों पर CM का बयान
महाकुंभ 2025 के दौरान हुई कुछ मौतों के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “इस मामले में एक न्यायिक आयोग काम कर रहा है जो इलाहाबाद उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुसार काम कर रहा है। हमने एक महीने का समय दिया था, लेकिन सर्वोच्च न्यायालय ने कुछ और समय देकर नई चीजें जोड़ी हैं। वे सभी पक्षों से बात कर रहे हैं और बयान दर्ज कर रहे हैं। जो भी निष्कर्ष निकलेगा, उस पर सरकार आवश्यक कार्रवाई करेगी।”
66.3 करोड़ श्रद्धालुओं ने किया स्नान
महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की संख्या पर बात करते हुए सीएम योगी ने कहा, “इस महाकुंभ में 66.3 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने स्नान किया। सीसीटीवी कैमरों और एआई टूल्स का उपयोग कर हेड काउंटिंग की गई। हर 24 घंटे में एक व्यक्ति का चेहरा दूसरी बार न गिना जाए, यह सुनिश्चित किया गया। हमने एक इंटीग्रेटेड सेंटर बनाया, जहां 24 घंटे के आधार पर डेटा का विश्लेषण किया जाता था। इससे वास्तविक संख्या का पता चला।”
कानून व्यवस्था पर उठाए सवालों को किया खारिज
विपक्ष द्वारा महाकुंभ में कानून व्यवस्था को लेकर उठाए गए सवालों को खारिज करते हुए सीएम योगी ने कहा, “प्रयागराज में 66 करोड़ से अधिक लोग आए। क्या आपने किसी श्रद्धालु को यह कहते सुना कि उसे लूटा गया है? क्या किसी महिला ने छेड़छाड़ की शिकायत की? क्या किसी व्यापारी ने कहा कि उसे पैसे देने के लिए मजबूर किया गया? यह अपने आप में कानून व्यवस्था की एक बड़ी सफलता है।”
कांग्रेस और विपक्ष पर साधा निशाना
महाकुंभ को लेकर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों की टिप्पणियों पर योगी आदित्यनाथ ने कहा, “यह कोई भाजपा का कार्यक्रम नहीं था। केंद्र और राज्य सरकार ने मिलकर श्रद्धालुओं की आस्था का सम्मान किया। 1947 से 2014 तक कांग्रेस ने अधिकतर समय देश पर शासन किया, लेकिन उन्होंने ऐसा कभी क्यों नहीं किया? पीएम मोदी ने 2019 में प्रयागराज के कुंभ को यूनेस्को की सांस्कृतिक धरोहर के रूप में मान्यता दिलाई। यह कांग्रेस क्यों नहीं कर पाई?”
मुसलमानों की भागीदारी पर बोले योगी
महाकुंभ में मुसलमानों की भागीदारी पर बोलते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, “कुंभ उन सभी के लिए है जो खुद को भारतीय मानते हैं। हमने कहा है कि जो भारतीय बनकर आएगा, उसका स्वागत है। लेकिन जो नकारात्मक मानसिकता के साथ आएगा, वह स्वीकार्य नहीं है। यह आयोजन सभी भारतीयों की आस्था का प्रतीक है।”
महाकुंभ की सफलता पर संतोष
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अंत में कहा कि महाकुंभ 2025 की सफलता इस बात का प्रमाण है कि अगर नियोजित ढंग से काम किया जाए तो कोई भी चुनौती बड़ी नहीं होती। “हमने एक सुरक्षित, सुव्यवस्थित और ऐतिहासिक महाकुंभ का आयोजन किया, जिससे पूरी दुनिया में भारत की सांस्कृतिक विरासत को नई पहचान मिली है,” उन्होंने कहा।
महाकुंभ 2025 न केवल आस्था का उत्सव था, बल्कि यह सरकार की कड़ी मेहनत और बेहतर प्रबंधन का भी उदाहरण साबित हुआ।