WTC बिल्डर के खिलाफ निवेशकों का गुस्सा बढ़ा, फरीदाबाद के बायर्स ने की प्रेस वार्ता
Published by धर्मेंद्र शर्मा

नोएडा (प्रदीप मिश्रा): डब्ल्यूटीसी (WTC) बिल्डर से ठगे गए निवेशकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। सोमवार को सेक्टर 29 स्थित नोएडा मीडिया क्लब में फरीदाबाद के 350 से अधिक पीड़ित बायर्स ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी आपबीती सुनाई। उन्होंने बताया कि उन्होंने WTC फरीदाबाद इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी की प्लॉट स्कीम में निवेश किया था, जिसमें फरीदाबाद सेक्टर 110 और 114 में सुनिश्चित रिटर्न के साथ प्लॉट आवंटित करने का वादा किया गया था। लेकिन तीन साल बीत जाने के बावजूद न तो प्लॉट मिले और न ही कोई रिटर्न दिया गया।
WTC और भूटानी के समझौते से जगी थी उम्मीद
जब WTC ने अपने वादे पूरे नहीं किए, तो निवेशकों ने कई बार धरना-प्रदर्शन किया, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। जुलाई 2024 में WTC और भूटानी इंफ्रा के बीच एक समझौता हुआ, जिसमें आश्वासन दिया गया कि किसी भी निवेशक के साथ अन्याय नहीं होगा। नई शर्तों के साथ एक नया समझौता पेश किया गया और कुछ निवेशकों को नवंबर और दिसंबर 2024 में आंशिक रिफंड भी दिया गया। इसके अलावा, अन्य परियोजनाओं में उचित स्थान देने का वादा किया गया था।
दो महीने से फिर से ठगे जाने का अहसास
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बायर्स ने बताया कि पहले तीन साल तक WTC बिल्डर ने उन्हें गुमराह किया, और अब जनवरी 2025 से भूटानी बिल्डर भी अपने वादों से पीछे हट रहा है। पीड़ित निवेशकों का कहना है कि सरकारी एजेंसियां इस मामले में हस्तक्षेप करें और उन्हें न्याय दिलाएं।
हजारों निवेशकों के अरबों रुपये की हेराफेरी
WTC बिल्डर के नोएडा, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद और दिल्ली में 12 से अधिक प्रोजेक्ट हैं, जिनमें करीब 20,000 से अधिक निवेशकों का पैसा फंसा हुआ है। WTC के प्रमोटर आशीष भल्ला पर निवेशकों के अरबों रुपये की हेराफेरी का आरोप है। इस मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) कर रही है, और आशीष भल्ला को 14 दिन की रिमांड पर लिया गया है।
पीड़ित बायर्स ने सरकार और संबंधित एजेंसियों से अपील की है कि वे इस घोटाले की गंभीरता को समझें और उनके जीवनभर की कमाई वापस दिलाने में मदद करें।