मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुंभ का सफल आयोजन सनातन धर्म के लिए एक बड़ी उपलब्धि
सरकार के लिए अग्निपरीक्षा करार दिया और दावा किया कि केंद्र व राज्य सरकार हर कसौटी पर खरी उतरी।

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा में सपा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के नेताओं का राम मनोहर लोहिया की विचारधारा से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने सपा को घेरते हुए आरोप लगाया कि वे लोहिया के आदर्शों और आचरण को नहीं अपनाते।
महाकुंभ 2025 की सफलता
सीएम योगी ने महाकुंभ के भव्य आयोजन का उल्लेख करते हुए कहा कि इस बार 66 करोड़ 30 लाख लोगों ने संगम में स्नान किया, जो इसे दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक आयोजन बनाता है। उन्होंने कहा कि दुनियाभर के मीडिया ने इस आयोजन को चमत्कारिक बताया और इसकी प्रशंसा की।
मुख्य बिंदु:
- महाकुंभ में ऐतिहासिक भीड़ – 66.3 करोड़ श्रद्धालु शामिल हुए।
- दुनिया ने सराहा – अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने इसे “अद्भुत प्रबंधन का उदाहरण” बताया।
- परंपराओं का सम्मान – सीएम योगी ने इसे भारतीय संस्कृति और परंपराओं के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया।
योगी आदित्यनाथ का यह बयान राज्य की सांस्कृतिक विरासत और आध्यात्मिकता को लेकर सरकार के रुख को स्पष्ट करता है, साथ ही विपक्ष पर उनके हमले राजनीतिक तकरार को और तेज कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में महाकुंभ 2025 की सफलता को एक ऐतिहासिक उपलब्धि बताते हुए इसे भारत की आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और आर्थिक शक्ति का प्रतीक कहा। उन्होंने इसे सरकार के लिए अग्निपरीक्षा करार दिया और दावा किया कि केंद्र व राज्य सरकार हर कसौटी पर खरी उतरी।
महाकुंभ की प्रमुख बातें:
- 66.3 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया, जिससे यह विश्व का सबसे बड़ा आध्यात्मिक आयोजन बना।
- आयोजन केवल धार्मिक नहीं, बल्कि आर्थिक रूप से भी ऐतिहासिक रूप से सफल रहा।
- साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये की आर्थिक गतिविधि उत्पन्न होने का अनुमान।
नाविकों की कमाई और सपा पर हमला
सीएम योगी ने महाकुंभ की अर्थव्यवस्था का उदाहरण देते हुए कहा कि एक नाविक ने 45 दिनों में 23 लाख रुपये कमाए, यानी प्रतिदिन 50 हजार रुपये। उन्होंने दावा किया कि सपा नाविकों के शोषण की बात करती है, जबकि महाकुंभ ने उन्हें इतना समृद्ध बनाया कि यह उनके जीवन का सबसे अच्छा समय बन गया।
उन्होंने सपा पर तंज कसते हुए कहा कि उनकी नकारात्मक राजनीति और सनातन विरोधी मानसिकता के बावजूद जनता की आस्था अडिग रही। योगी आदित्यनाथ ने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि सनातन धर्म के प्रति यही रुख सपा को 2027 में भी हार दिलाएगा।
महाकुंभ की ऐतिहासिक सफलता के प्रभाव
- स्थानीय व्यवसायों को भारी लाभ हुआ।
- यातायात, होटल, परिवहन, पूजा सामग्री और खाद्य व्यवसाय में रिकॉर्ड बढ़ोतरी।
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि मजबूत हुई, जिससे पर्यटन को भी फायदा होगा।
सीएम योगी का यह बयान आध्यात्मिकता और आर्थिक प्रगति के तालमेल को दर्शाता है और राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह सपा के विरोध और सनातन धर्म को लेकर उसके रुख पर जोरदार हमला करता है।