मुरादनगर : पुलिस का कमाल, नाबालिग को बालिग बनाकर की फर्जी कानूनी कार्रवाई
रिपोर्ट : अबशार उलहक

गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर द्वारा एक तरफ जिले में पुलिस के उम्दा कामों का डंका सुनाई व दिखाई पड़ता है वही दूसरी तरफ मुरादनगर शहर में कुछ ऐसे पुलिसकर्मी है जो अपनी ताकत का दुरूपयोग कर ऐसे कार्य कर रहे है जो शहरभर में चर्चा का विषय बने हुए है। मामला आज सुबह लगभग 10 बजे एक मिनारा मस्जिद के करीब दो मीट की दुकानो पर कस्बा चौकी इंचार्ज डी.पी सिंह जांच-पड़ताल को लेकर पहुंचते है पहली मीट की दुकान दिलशाद पुत्र सलीम (25 वर्ष) की थी दूसरी दुकान छोटा पुत्र हारून की थी। चौकी इंचार्ज ने दिलशाद को दुकान से उठाकर साथ लिया व दूसरी दुकान पर खड़े नाबालिग कैफ पुत्र हारून (15 वर्ष) को बेवजह उठा लिया और कस्बा चौकी पर ले आए। नाबालिग ने कारण पूछा तो चौकी इंचार्ज ने जेल भेजने की धमकी दी। परिवारजनों ने चौकी इंचार्ज से नाबालिग कैफ के भविष्य को लेकर खूब हाथ-पैर जोड़कर कानूनी कार्रवाई ना करने की प्रार्थना की मगर चौकी इंचार्ज डी.पी सिंह ने एक ना मानी और नाबालिग कैफ का झगड़ा पहली मीट की दुकान के मालिक दिलशाद से दिखाकर उस पर धारा 170 के तहत कानूनी कार्रवाई कर दी। इतना ही नही चौकी इंचार्ज द्वारा नाबालिग कैफ को 19 साल का बताकर उस पर कानूनी कार्रवाई की। अब सवाल ये उठता है कि आखिर नाबालिग कैफ को बालिग किस गणित के अभ्यास से किया गया? और झूठे झगड़े की कहानी ही क्यो बनानी पड़ी जबकि वहां कोई झगड़ा था ही नही.. अब देखना ये होगा कि आलाधिकारी इस मामले को लेकर क्या संज्ञान लेते है।