अमेरिकियों से ठगी करने वाले काॅल सेंटर का किया भंडाफोड़, गिरफ्तार आरोपियों में 33 महिलाएं सहित 73शामिल, 62 को मुचलके पर छोड़ा, चार मुख्य आरोपी फरार
सामाजिक सुरक्षा नंबर (एसएसएन) के ब्लाॅक होने का डर दिखाकर करते थे ठगी
ग्रेटर नोएडा (धर्मेंद्र शर्मा)। भारत में बैठकर संयुक्त राज्य अमेरिका के निवासियों से करोड़ों की साइबर ठगी करने वाले कॉल सेंटर का थाना सेक्टर-142 पुलिस ने पर्दाफाश किया है। सेक्टर-90 स्थित भूटानी अल्फाथम बिल्डिंग में चार महीने से कॉल सेंटर चल रहा था। रविवार को पुलिस ने 33 महिलाओं समेत 73 लोगों को गिरफ्तार किया। ज्यादातर आरोपी नागालैंड निवासी हैं। जबकि काॅल सेंटर संचालक लखनऊ निवासी सौरव और बंटी समेत चार मुख्य आरोपी फरार हैं।
आरोपी सामाजिक सुरक्षा नंबर (एसएसएन) के ब्लॉक हो जाने का डर दिखाकर ठगी करते थे। गिफ्ट कार्ड या क्रिप्टो करंसी के माध्यम से पैसे लेते थे। आरोपियों के पास से 73 कंप्यूटर, 14 मोबाइल, 48 हजार रुपये समेत अन्य उपकरण बरामद हुए हैं। गिरफ्तार आरोपियों में से 62 को निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया है। जबकि 11 को जेल भेज दिया गया है।
शनिवार को पुलिस कमिश्नर कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में एडीसीपी सेंट्रल नोएडा हृदयेश कठेरिया ने बताया कि कॉल सेंटर से इंटरेक्टिव वाइस रिस्पांस (आईआरवी) के जरिये अमेरिकियों को कॉल किया जाता था। वीएलसीएल सॉफ्टवेयर और एक्सलाइट डायलर का प्रयोग कर आरोपी अमेरिकी मार्शल बनकर कॉल करते थे। फोन पर विदेशी नागरिकों से एसएसएन कार्ड खतरे में होने का झांसा दिया जाता था। आरोपी कुछ शुल्क देने पर कार्ड ब्लॉक होने की प्रक्रिया रोकने की बात कहते थे। कॉल सुनकर कई विदेशी झांसे में आ जाते थे। जिनसे रकम ट्रांसफर करा ली जाती थी। इसके अलावा कुछ नागरिकों से पार्सल में ड्रग्स आदि का भय दिखाकर भी ठगी करते। आरोपी गिफ्ट कार्ड, क्रिप्टो करंसी के माध्यम से पैसे ट्रांसफर कराते थे।
आधार कार्ड की तरह होता है एसएसएन
आधार कार्ड नंबर की तरह ही अमेरिका में प्रत्येक नागरिक का एसएसएन होता है। अमेरिका में इसी कार्ड से फोन नंबर से लेकर सरकार की योजनाओं तक का लाभ मिलता है। नंबर के ब्लॉक होने से लोगों के लिए बहुत मुश्किल हो जाती है।