कुणाल हत्याकांड: पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का खुलासा, पुलिस की नाकामी से अगवा किशोर का कत्ल, परिवार को पीटा
ग्रेटर नोएडा से ढाबा संचालक के अगवा बेटे कुणाल (15) का शव रविवार को बुलंदशहर के गांव ज्वारखेड़ा के पास गंगनहर से मिला। परिजनों और ग्रामीणों ने किशोर की हत्या का दोषी पुलिस को ठहराया है।
ग्रेटर नोएडा में ढाबा संचालक के अगवा बेटे को ढूंढ निकालने में पुलिस नाकाम साबित हुई। पांच दिन तक परिजन और ग्रामीण प्रदर्शन कर जांच करने की मांग करते रहे। वहीं पुलिस इसे अपहरण का मामला मानने से इन्कार करती रही। बाद में पुलिस ने अगवा करने की बात मानी हालांकि इसके बाद परिजनों से पूछताछ और मारपीट की गई।
ढाबा संचालक कृष्ण कुमार शर्मा का आरोप है कि बीटा- 2 पुलिस की लापरवाही से बेटे कुणाल की जान गई। वह शुरू से ही अनहोनी की आशंका जताते रहे थे। लेकिन पुलिस ने उनकी नहीं सुनी। समय रहते पुलिस कार्रवाई करती तो बेटे की जान बच सकती थी। उन्होंने कहा कि हत्या का दोष पुलिस पर है। वह पुलिस को कभी माफ नहीं करेंगे।
इससे पहले, रविवार सुबह बुलंदशहर में अपहृत किशोर का शव मिलने की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। आनन-फानन परिजन और ग्रामीण बुलंदशहर पहुंच गए। जहां अधिकारियों को जमकर खरी खोटी सुनाई। उन्होंने पुलिस की नाकामी पर सवाल उठाए।
शव मिलने के बाद ग्रामीण बीटा-दो कोतवाली पर प्रदर्शन करने के लिए निकल पड़े। रविवार शाम 5 बजे कुणाल का शव रबूपुरा स्थित म्याना गांव लाया गया। आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे परिजन और ग्रामीणों ने अंतिम संस्कार करने से इन्कार कर दिया। कुणाल का शव म्याना गांव लाए जाने से पहले बड़ी संख्या में ग्रामीण और रिश्तेदार पहुंच गए थे।