ग्रेटर नोएडा के जैतपुर में हिंदू सम्राट पं धीरेंद्र शास्त्री का दिव्य दरबार में करोड़ों खर्च कर बनाया पंडाल 20 लाख लोग आने की संभावना
रिपोर्ट : नितीश भाटी
ग्रेटर नोएडा( नितीश भाटी) : देशभर में घूम-घूमकर हनुमंत कथा कहने वाले और बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अब ग्रेटर नोएडा में अपना दरबार लगाने वाले हैं। यहां वह श्रीमद् भागवत कथा का पाठ करेंगे। उनके कार्यक्रम को लेकर बड़े स्तर पर तैयारियां चल रही हैं। ग्रेटर नोएडा के जैतपुर में 10 जुलाई से 16 जुलाई तक बाबा बागेश्वर धीरेंद्र शास्त्री की कथा का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान इस कथा में लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है।
2000 CCTV से होगी निगरानी
कथा के पंडाल को इस तरीके से तैयार किया जा रहा है कि खराब मौसम में भी इस पंडाल में लोग आराम से कथा सुन सकेंगे। यह पंडाल वाटरप्रूफ बनाया गया है जिससे बारिश के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी तरीके की परेशानी ना हो सके। बाबा बागेश्वर की कथा के आयोजन के लिए 4:30 लाख स्क्वायर फीट एरिया से लेकर 6 लाख स्क्वायर फिट एरिया में पंडाल को सजाया जा रहा है। करीब 250 से 300 मजदूर इस पंडाल को भव्य बनाने में जुटे हुए हैं। यह पूरा पंडाल तकरीबन 2000 सीसीटीवी कैमरों से लैस होगा। इस दौरान सुरक्षा की दृष्टि से भी कई इंतजाम किए गए हैं।
कब लगेगा दिव्य दरबार?
जानकारी के मुताबिक आयोजकों की ओर से कथा से पहले कलश यात्रा का आयोजन किया जाएगा। आयोजकों का कहना है कि इस कथा में पूरे देश के करीब 500 से ज्यादा साधु संतों और महामंडलेश्वरों के पहुंचने की संभावना है। इस कथा में 12 जुलाई को दिव्य दरबार भी लगाया जाएगा जहां लोग बाबा से अपने बारे में जानने के लिए और अपने कष्टों का निवारण करने के लिए पहुंचेंगे। इस दिन सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं की पहुंचने की संभावना है। इस दिन लगभग 5 लाख से ऊपर श्रद्धालुओं की आने की संभावना है। इसके लिए पुलिस प्रशासन ने भी अपनी तैयारी कर ली है। यह पंडाल अगले 2 दिन में पूरा तैयार हो जाएगा जिसके बाद आयोजकों की तरफ से इसे पुलिस को सौंप दिया जाएगा। पुलिस इस पंडाल का मुआयना करेगी और सुरक्षा के पूरे पुख्ता इंतजाम करेगी।
सुरक्षा में तैनात होंगे 1200 पुलिसकर्मी
बाबा बागेश्वर धाम की कथा के कार्यक्रम में सुरक्षा व्यवस्था भी काफी मजबूत रहेगी। इस दौरान 1200 पुलिस जवानों के साथ 1000 से ज्यादा वॉलंटियर तैनात रहेंगे। वहीं, पुलिस की मदद से सुरक्षा व्यवस्था को मॉनिटर किया जाएगा।