औरैया: प्रेमजाल, धोखा और हत्या: कातिल दुल्हन की खौफनाक साजिश,पति को सुपारी देकर मरवा डाला
रिपोर्ट:दीपक मिश्रा

औरैया : मैनपुरी के कारोबारी दिलीप यादव की हत्या का मामला सनसनीखेज मोड़ लेता जा रहा है। परिवार के लिए यह यकीन करना मुश्किल हो रहा है कि जिस प्रगति को वे खुशी-खुशी अपने घर की बहू बनाकर लाए थे, उसी ने अपने प्रेमी अनुराग के साथ मिलकर दिलीप की हत्या की साजिश रच दी। संपत्ति की लालच और प्रेमी के साथ ऐश भरी जिंदगी बिताने के लिए प्रगति ने दिलीप को पहले प्रेमजाल में फंसाया, फिर शादी की और कुछ ही दिनों बाद शूटरों के जरिए उसकी हत्या करवा दी।
प्रेमजाल में फंसाकर रची साजिश
संदीप यादव की शादी 2019 में हरगोविंद यादव की बड़ी बेटी पारुल से हुई थी। शादी के बाद संदीप की साली प्रगति की नीयत संपत्ति के लालच में बिगड़ गई। उसने दिलीप यादव को प्रेमजाल में फंसाना शुरू किया। दिबियापुर में किराए के मकान और मैनपुरी तक दिलीप से मिलने-जुलने का सिलसिला जारी रहा। तीन साल में दोनों की नजदीकियां बढ़ीं, लेकिन प्रगति मन ही मन प्रेमी अनुराग के साथ जिंदगी बिताने का सपना देख रही थी।
शादी के 15 दिन बाद ही रची हत्या की साजिश
परिजनों के विरोध के बावजूद दिलीप और प्रगति की शादी 5 मार्च को दिबियापुर के एक गेस्ट हाउस में हुई। लेकिन शादी के 15 दिन बाद ही प्रगति ने पति को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। उसने प्रेमी अनुराग के जरिए शूटर बुक किए और 19 मार्च को दिलीप पर जानलेवा हमला करवाया। इलाज के दौरान 21 मार्च को दिलीप की मौत हो गई।
दो लाख में सुपारी, एक लाख एडवांस
जांच में पता चला है कि अनुराग ने अपने एक आपराधिक रिश्तेदार की मदद से दो लाख रुपये में शूटर बुक किए थे। प्रगति ने शादी में “मुंह दिखाई” में मिले एक लाख रुपये एडवांस में शूटरों को दे दिए। पुलिस के मुताबिक, इस रिश्तेदार के पकड़े जाने पर घटना की कई परतें खुलने की उम्मीद है।
गिरफ्तार हुए आरोपी, पूछताछ में कई खुलासे
24 मार्च को पुलिस ने प्रगति, उसके प्रेमी अनुराग और शूटर आलोक को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में प्रगति ने आरोप लगाया कि उसकी शादी परिजनों ने उसकी मर्जी के खिलाफ करवाई थी, इसलिए उसने दिलीप की हत्या करवाई। हालांकि, उसके भाई आलोक ने इस दावे को झूठा बताते हुए कहा कि शादी प्रगति की मर्जी से हुई थी और उसे प्रेम प्रसंग की कोई जानकारी नहीं थी।
पुलिस के लिए चौंकाने वाला मामला
पुलिस के लिए यह मामला इसलिए भी चौंकाने वाला था क्योंकि प्रगति और अनुराग का कोई आपराधिक इतिहास नहीं था। जांच में पता चला कि अनुराग के आपराधिक रिश्तेदार ने ही शूटर रामजी नागर से संपर्क कराया था। पुलिस अब इस रिश्तेदार की तलाश में है।
सौरभ राजपूत हत्याकांड जैसी घटना
यह मामला मेरठ के सौरभ राजपूत हत्याकांड जैसा बताया जा रहा है। संपत्ति की लालच में प्रेम प्रसंग के चलते पति की हत्या की यह घटना पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गई है। पुलिस फरार अन्य आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है।
– अभिजित आर शंकर, एसपी, औरैया