अयोध्या में बोले सीएम योगी, एक दशक पहले दुनिया में खुद को भारतीय कहने में संकोच करते थे लोग
अयोध्या ब्यूरो

अयोध्या : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार, 21 मार्च 2025 को अयोध्या में दो दिवसीय साहित्य उत्सव ‘टाइमलेस अयोध्या’ का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने भारत के नए नेतृत्व के उदय के साथ देश की वैश्विक प्रतिष्ठा में वृद्धि पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक दशक पहले तक भारतीय और उत्तर प्रदेश के लोग विदेशों में अपनी पहचान बताने में संकोच करते थे, लेकिन अब वे गर्व से स्वयं को भारतीय और उत्तर प्रदेश का नागरिक बताते हैं, क्योंकि दुनिया में भारत का सम्मान बढ़ा है।
मुख्यमंत्री ने एक व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए बताया कि यूरोप यात्रा के दौरान एक टैक्सी चालक, जो पाकिस्तान से था, ने कहा कि वह भारत का बताने पर सुरक्षित महसूस करता है। यह भारत की बढ़ती ताकत और वैश्विक सम्मान को दर्शाता है।
उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री के साथ प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही, प्रख्यात लोक गायिका मालिनी अवस्थी और संगीत अध्येता यतींद्र मिश्र उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने राज सदन में अशोक के वृक्ष को जल अर्पित कर ‘टाइमलेस अयोध्या’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इसके बाद मुख्यमंत्री रामकथा पार्क पहुंचे, जहां उन्होंने मुख्यमंत्री उद्यमी विकास अभियान के अंतर्गत आयोजित स्टार्टअप प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस मौके पर उन्होंने युवाओं को 47 करोड़ रुपये का ऋण वितरित किया और उन्हें उद्यम अपनाने की अपील की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हेलीकॉप्टर सुबह करीब सवा 10 बजे रामकथा पार्क स्थित हेलीपैड पर उतरा। यहां से वे हनुमानगढ़ी पहुंचे और दर्शन-पूजन किया। इसके बाद उन्होंने रामलला के दर्शन किए और मंदिर निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री का अयोध्या में लगभग साढ़े चार घंटे का प्रवास रहा।
मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए समाजवादी पार्टी के बागी विधायक अभय सिंह भी उपस्थित थे। यह उल्लेखनीय है कि अभय सिंह के खिलाफ जानलेवा हमले के मामले में जल्द ही फैसला आने वाला है। 20 अप्रैल 2024 को आए फैसले में दो जजों की बेंच में से एक जज ने उन्हें दोषी करार देते हुए तीन साल की सजा सुनाई थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस दौरे ने अयोध्या में सांस्कृतिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के साथ-साथ युवाओं को उद्यमिता की ओर प्रेरित करने का संदेश दिया है। ‘टाइमलेस अयोध्या’ साहित्य उत्सव के माध्यम से अयोध्या की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत करने का यह प्रयास सराहनीय है।