
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के प्रमुख डॉ. संजय निषाद का एक विवादित बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में वे एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहते दिख रहे हैं, “हम यहां ऐसे नहीं पहुंचे हैं, सात दरोगा के हाथ-पैर तुड़वाकर उसे गड्ढे में फेंकवा कर तब मैं यहां पहुंचा हूं…”।
हालांकि, नेशन न्यूज18 इस बयान की पुष्टि नहीं करता है।
संवैधानिक अधिकार यात्रा के दौरान दिया बयान
जानकारी के मुताबिक, डॉ. संजय निषाद मंगलवार को सुल्तानपुर जिले में निषाद पार्टी की “संवैधानिक अधिकार यात्रा” के तहत पहुंचे थे। इस दौरान वे चांदा क्षेत्र के मदारडीह गांव में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। वायरल वीडियो इसी जनसभा का बताया जा रहा है।
औरंगजेब विवाद पर भी दिया बयान
इससे पहले डॉ. संजय निषाद ने औरंगजेब विवाद पर भी टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि हमें इतिहास की किताबों में पढ़ाना चाहिए कि कौन कितना क्रूर था। उन्होंने कहा, “क्रूरता पर जश्न मनाना और मेले लगाना गलत है। मेले से लोग आदर्श सीखते हैं। आज के समय में कोई भी अपने बेटे का नाम औरंगजेब नहीं रखता। हमारी सरकार भारतीय सभ्यता का निर्माण करने वालों को महत्व देती है।”
नागपुर हिंसा के लिए औरंगजेब समर्थकों को ठहराया जिम्मेदार
नागपुर में हाल ही में हुई हिंसा पर प्रतिक्रिया देते हुए डॉ. संजय निषाद ने कहा कि औरंगजेब को आदर्श मानने वाले ही इसके लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा, “इसका जवाब जनता देगी। समाजवादी पार्टी और उसके मुखिया को स्पष्ट करना चाहिए कि वे औरंगजेब को आदर्श मानते हैं या भगवान श्रीकृष्ण को।”
उन्होंने कहा कि “हम निषादराज को अपना आदर्श मानते हैं। कई लोग जो पिछली सरकारों में थे, वे अब बीजेपी सरकार में आकर मलाई काट रहे हैं।”
डॉ. संजय निषाद के इन बयानों पर अभी तक किसी विपक्षी दल की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। हालांकि, इस बयान के वायरल होने के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। विपक्षी दल इस पर क्या रुख अपनाते हैं, यह देखने वाली बात होगी।