षडयंत्रकारियों के खिलाफ कोर्ट पहुंचा तो फिर से नया षडयंत्र शुरू किया : अबशार उलहक (जर्नलिस्ट)
ब्यूरो रिपोर्ट

गाजियाबाद के कस्बा मुरादनगर में 8 महीनो से कुछ षड्यंत्रकारी ऐसा भ्रम फैला रहे है जिसमें शहर के कुछ सामाजिक लोग व पत्रकार का नाम लेकर आए दिन कुछ यूट्यूब चैनलो के द्वारा दबाव बना रहे है। जिनसे परेशान होकर जर्नलिस्ट अबशार उलहक ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया तो षडयंत्रकारियों ने फिर से नए आरोपो के साथ समाज मे भ्रम फैलाना शुरू कर दिया है।
गाजियाबाद आईएमएस कॉलेज से पत्रकारिता की पढ़ाई करने के बाद शायद एक पत्रकार को नही मालूम था कि जिस समाज की आवाज बनने के लिए उसने डिग्री हासिल की वो कुछ फर्जी व दलाल पत्रकारो को बिल्कुल नही भाएगी। हम बात कर रहे है अबशार उलहक पत्रकार की जिनपर 8 महीनों में मारपीट,जान से मारने की धमकी व हर 15 दिन बाद गलत पोस्ट या फर्जी खबरे चलाकर समाज में उनका नाम खराब करने का षडयंत्र इतना जोरो पर चला रहा है की आखिरकार उनको कोर्ट का दरवाजा खटखटाना ही पड़ा।
मदद करना हुआ गलत
अबशार उलहक पत्रकार ने बताया कि 7-8 महीने पहले शहर के सामाजिक लोगों ने उनसे किसी गरीब की मदद के लिए चंदा मांगा था जिसमें उन्होने 5 हजार रूपए दिए थे। मालूम नही था कि किसी की मदद करना इतना गलत होगा। पता चला कि आसक अली नामक युवक ने उन गरीब लोगों को लालच का फल दिखाकर फिर से भड़काया कि वो लोग अल्वी समाज शहर सदर हाजी सईद से 80 हजार रूपए की डिमांड करे मगर वो इतनी बड़ी रकम का इंतजाम नही कर पाए। जिसके बाद षडयंत्र शुरू हुआ।
षडयंत्र की वजह
अबशार उलहक पत्रकार ने बताया कि षडयंत्र का खेल आसक अली ने शुरू किया क्योकि अल्वी समाज का शहर सदर ना बन पाने पर उसके अंदर पहले से ही हीनभावना पैदा हो गई थी जिसके चलते वो वर्तमान शहर सदर हाजी सईद अहमद को बदनाम करने के लिए लगातार नए-2 षडयंत्र के साथ उन पर हमला करता रहा इसी के चलते आसक अली ने उन गरीब लोगो को षडयंत्र में शामिल कर लिया जिनकी मदद हाजी सईद अहमद व उनकी टीम ने की थी। आसक अली ने लोकल मीडिया को भी इस षडयंत्र में शामिल किया । जिसके बाद जो आरोप आसक अली ने बताए वो उन लोगो ने लोकल मीडिया को बता कर झूठे आरोपो को समाज के सामने परोसने का काम किया। जिसमें बिना तहरीर के फर्जी पत्रकारो ने खूब जमकर इस झूठी खबर को आए दिन लोगो को दिखाने का काम किया ताकि झूठ को सब सच माने।
लगातार किया परेशान
अबशार उलहक पत्रकार का कहना है कि इस षडयंत्र के बाद हाजी सईद ने उन सभी लोगों के खिलाफ तहरीर दी जिसके बाद शहर के सामाजिक लोगों ने समझाकर फैसला करा दिया था। मगर आए दिन वॉट्सऐप, ट्विटर जैसी सोशल मीडिया पर लगातार ऐसी भ्रमक पोस्ट डाली जाती रही। मुझे व मेरे परिवार समेत हाजी सईद व उनकी टीम को टारगेट किया जाता रहा। जान से मारने की धमकी व मारपीट जैसी घटना तक हो चुकी है। जिससे परेशान होकर मैने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। जिसमें सभी षडयंत्रकारियों ने अब नए झूठे आरोपो के साथ फिर से तथाकथित फर्जी पत्रकारो संग मिलकर वीडियो बनाकर झूठी खबरों को भेजना शुरू कर दिया है।
पत्रकार पर हमला
अबशार उलहक पत्रकार ने बताया कि फर्जी पत्रकारों ने नए-2 तरीकों से मुझे परेशान करना शुरू कर दिया था जिसमें मेरे खिलाफ बनाई गई वीडियो को रोकने तक के लिए पैसे युसुफ उर्फ वाईके राजपूत, जितेंद्र कुंडू व रजनीश शर्मा द्वारा मांगे गए। जिस पत्रकारिता का उद्देश्य सूचना देना, शिक्षित करना तथा जागरूक करना होता है उस पत्रकारिता को रंगदारी,दलाली और झूठी ब्लैकमेलिंग के लिए करने वालो के आगे नही झुका। इसलिए उन्होने मेरे खिलाफ झूठी वीडियो बनाकर समाज मे बदनाम करना शुरू कर दिया। कुछ समय बाद 21.10.2024 को नगरपालिका मुरादनगर में धरना प्रदर्शन की कवरेज करने के दौरान फर्जी पत्रकार युसुफ उर्फ वाईके राजपूत का द्वेष इतना ज्यादा था कि उसने मुझसे गाली-गलौच व मारपीट की और यही नही जान से मारने की धमकी तक दी गई। जिसके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है। इसके बाद से युसुफ लगातार अभी भी झूठी खबरे खूब भेज रहा है और युसुफ, रजनीश व जितेंद्र कुंडू द्वारा फिर से नए षडयंत्र के तौर पर फिर से 8 महीने पहले की गई झूठी खबर को फिर से क्रिमिनल लोगो के संग मिलकर फर्जी व झूठी खबर बनाकर समाज मे वायरल कर रहे है और बाकी पत्रकारों को भ्रमित कर उनसे भी झूठी खबरे चलवा रहे है।
आरोप लगाने वालो को नही जानता
अबशार उलहक पत्रकार ने बताया कि वो उन लोगों से ना कभी मिला है और ना ही उन लोगों को जानता है। ये सभी आरोप षडयंत्र है इसके सभी सबूत मान्य कोर्ट में जमा कर दिए है जल्द सभी षडयंत्रकारियो को उनके इस घिनौने व तुच्छ कार्य की सजा जरूर मिलेगी।