खोए मोबाइल मिलते ही चेहरे पर दिखी खुशी: फेज 2 से चोरी और गुम हुए 57 मोबाइल पुलिस ने बरामद कर लौटाए, लोगो ने डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी व नोएडा कमिश्नर को धन्यवाद कहा
रिपोर्ट धर्मेंद्र शर्मा

सेंट्रल नोएडा( धर्मेंद्र शर्मा): आज दिनांक 15.02.2025 को थाना फेस-2 पुलिस द्वारा माननीय न्यायालय के आदेशानुसार उपरोक्त प्रकरण से संबंधित कुल 57 कीमती मोबाइल फोन को उनके स्वामियों से सम्पर्क कर वापस लौटाया गया। पुलिस टीम द्वारा अथक प्रयास करते हुए तकनीकी साक्ष्यों की सहायता से सभी मोबाइल फोन स्वामियों के बारे में जानकारी एकत्र की गई तथा उनसे सम्पर्क कर उनका फोन मिलने की सूचना दी गई। सभी मोबाइल स्वामी सूचना मिलने के उपरांत अपना फोन वापस लेने के लिए थाना फेस-2 पर आये तथा अपना खोया फोन वापस पाकर सभी मोबाइल स्वामियों के चेहरे खिल उठे और उनके द्वारा कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर पुलिस का आभार व्यक्त करते हुए प्रशंसा की गयी।
*डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया अपराध करने का तरीका:*
1.संरक्षण में लिये गये सभी बाल अपचारी द्वारा एनसीआर क्षेत्र में भीड़-भाड़ वाले बाजारो, सब्जी व फलों की मण्डियो व साप्ताहिक बाजारो में मौका पाकर लोगो के कीमती मोबाइल फोन चोरी करते थे और दूसरे राज्य में जाकर चोरी के मोबाइल फोन बेचने का काम करते थे।
2.मोबाइल फोन चोरी करने वाले सभी बाल अपचारी नियमित रूप से लगने वाली मण्डी तथा साप्ताहिक बाजार में आने वाले ग्राहक विशेषकर महिलाओं को टारगेट करते थे।
3.मोबाइल फोन चोरी करने वाले सभी बाल अपचारी ग्राहकों का ध्यान भंग होने की प्रतीक्षा करते थे तथा थोड़ी सी भी चूक होने पर तुरन्त मोबाइल लेकर गायब हो जाते थे।
4.मोबाइल फोन चोरी करने वाले सभी बाल अपचारी समूह में कार्य करते थे तथा मोबाइल चुरा लेने के उपरान्त पकड़े जाने की सम्भावना की आशंका होते ही अपने दूसरे साथी को मोबाइल पकड़ा देते थे।
5.मोबाइल फोन चोरी करने वाले सभी बाल अपचारी काफी संख्या में मोबाइल एकत्र हो जाने के उपरान्त झारखण्ड या पश्चिम बंगाल में जाकर औने-पौने दाम में बेच देते थे।
6.मोबाइल फोन चोरी करने वाले सभी बाल अपचारी बिना अभिभावक के ही जनपद में आगमन करते थे तथा मकान मालिक को कोई भी झूठी कहानी बताकर टोकन मनी देकर किराये का कमरा ले लेते थे तथा ठेले इत्यादि पर खाना खाते थे।
7.मोबाइल फोन चोरी करने वाले सभी बाल अपचारी पकड़े जाने के डर से एक जगह न रहकर निरंतर स्थान बदलते रहते थे तथा एक जगह टिक कर नही रहते थे।
8.मोबाइल फोन चोरी करने वाले सभी बाल अपचारियों का कोई निश्चित ग्राहक नही होता था बल्कि यह मोल-तोल करके जहां भी इनको अधिक दाम मिलता था वही बेच देते थे।
9.मोबाइल फोन चोरी करने वाले सभी बाल अपचारीगण में दो अनपढ़ है तथा तीन प्राइमरी तक शिक्षित हैं।