जब डॉक्टर-नर्स बने बराती: शादी से पहले दूल्हे की बिगड़ी हालत, अस्पताल में लिए सात फेरे, जानें पूरा मामला
दूल्हा और दुल्हन के परिवार के अनुरोध पर अस्पताल प्रशासन ने परिसर में पूरे रीति रिवाज के साथ दोनों की शादी कराई गई, जहां डॉक्टरों और नर्सों की टीम सहित दोनों पक्षों के परिवार के सदस्य मौजूद रहे। डॉक्टरों की टीम ने दूल्हे को जल्द स्वस्थ होने की कामना की और नवविवाहित जोड़े को शुभकामनाएं दीं।
वैशाली के एक निजी अस्पताल में मंडप सजा और गले में स्टेथोस्कोप टांगे डॉक्टर और नर्स बराती के रूप में नजर आए। मौका था पूर्वी दिल्ली के अविनाश कुमार और पलवल की अनुराधा की शादी का। डेंगू होने की वजह से अविनाश कुमार अस्पताल की हाई डिपेंडेंसी यूनिट (एचडीयू) में भर्ती है। उनके प्लेटलेट काउंट कम हैं। दूल्हे ने अस्पताल परिसर में डॉक्टर और नर्स की निगरानी में दुल्हन के साथ सात फेरे लेकर एक दूजे के हो गए।
वैशाली सेक्टर एक स्थित अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रुचि राणावत ने बताया कि पूर्वी दिल्ली के अविनाश कुमार और पलवल की अनुराधा ने अपने पैतृक घर के पास शादी करने की योजना बनाई थी। लेकिन अचानक अविनाश का स्वास्थ्य बिगड़ जाने के कारण तय जगह पर उनकी शादी नहीं हो सकी। योजना को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया।
दूल्हा और दुल्हन के परिवार के अनुरोध पर अस्पताल प्रशासन ने परिसर में पूरे रीति रिवाज के साथ दोनों की शादी कराई गई, जहां डॉक्टरों और नर्सों की टीम सहित दोनों पक्षों के परिवार के सदस्य मौजूद रहे। डॉक्टरों की टीम ने दूल्हे को जल्द स्वस्थ होने की कामना की और नवविवाहित जोड़े को शुभकामनाएं दीं।