कम्युनिकेशन सुरक्षा पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव की चिंता, आत्मनिर्भरता पर दिया जोर
Published by धर्मेंद्र शर्मा

लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने शनिवार को एक बयान में देश की साइबर सुरक्षा और तकनीकी आत्मनिर्भरता को लेकर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि आज के समय में मोबाइल, जीपीएस और इंटरनेट जैसी तकनीकों पर हमारी जिंदगी और शासन व्यवस्था पूरी तरह निर्भर हो गई है, ऐसे में कम्युनिकेशन एक अत्यंत संवेदनशील मुद्दा बन गया है। उन्होंने चेताया कि साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहा है और आम नागरिक लगातार इसका शिकार हो रहा है।
अखिलेश यादव ने कहा कि तकनीकी सेवाओं पर देश की सरकार का निर्णायक नियंत्रण होना अनिवार्य है ताकि आपातकालीन परिस्थितियों में विदेशी कंपनियों पर नियंत्रण स्थापित किया जा सके। उन्होंने जोर देकर कहा कि वैश्विक संबंध स्थायी नहीं होते और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रिश्ते व्यक्तिगत नहीं होते, इसलिए विशेष सतर्कता की जरूरत है।
सपा प्रमुख ने आत्मनिर्भरता को राष्ट्र की मजबूती के लिए अनिवार्य बताते हुए कहा कि विदेशों से तकनीक लेने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन अपने देश में उत्पादन और अनुसंधान को बढ़ावा देना जरूरी है। उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि एक ओर स्थानीय कारोबारियों को एजेंसियों के जरिए परेशान किया जाता है और निवेशकों से कमीशन मांगा जाता है, वहीं दूसरी ओर विदेशी कंपनियों का स्वागत किया जाता है।
अखिलेश यादव ने चेतावनी दी कि अगर देश की कंपनियां विदेशी एजेंट बनकर रह जाएंगी, तो इससे भले ही व्यापार बढ़े, लेकिन देश की विकास और उत्पादन क्षमता कमजोर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि जब तक देशी व्यापारियों को सुरक्षित और सहयोगी माहौल नहीं मिलेगा, तब तक रिसर्च एंड डेवलपमेंट की दिशा में सकारात्मक बदलाव संभव नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि चीन जैसे देशों से आयात पर निर्भरता खत्म करने के लिए घरेलू कंपनियों और तकनीक को प्राथमिकता देनी होगी। इसके लिए सरकार को नीतिगत स्तर पर ठोस कदम उठाने होंगे, जिससे भारत तकनीकी रूप से आत्मनिर्भर बन सके और संप्रभुता से कोई समझौता न हो।