गाजियाबाद पुलिस की गोली का शिकार फिर अस्पताल से फरार, चंद घंटों में इनामी अपराधी गिरफ्तार
रिपोर्ट : अबशार उलहक

गाजियाबाद: मुरादनगर थाने के गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा अपराध संख्या 110/25 और मुकदमा अपराध संख्या 220/25 में वांछित 25,000 रुपये के इनामी अभियुक्त अरकस पुत्र रियाजुद्दीन ने मंगलवार, 07 मई 2025 को सुबह करीब 06:15 बजे जिला अस्पताल संजय नगर से उपचार के दौरान पुलिस हिरासत से सनसनीखेज ढंग से फरार होकर पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए। इस घटना ने पुलिस की लापरवाही और हिरासत में सुरक्षा व्यवस्था की कमजोरियों को उजागर किया, क्योंकि एक कुख्यात अपराधी को अस्पताल में निगरानी के बावजूद भागने का मौका मिल गया। इस फरारी ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस की सतर्कता पर सवाल उठाए।
दरअसल, 06 मई 2025 को गाजियाबाद की स्वाट टीम, क्राइम ब्रांच, और थाना मुरादनगर पुलिस ने ऑर्डिनेंस फैक्ट्री एरिया में एक मुठभेड़ के दौरान अरकस को गिरफ्तार किया था। इस मुठभेड़ में अरकस के पैर में गोली लगी थी, और पुलिस ने उसके कब्जे से एक बाइक, तमंचा, और कारतूस बरामद किए थे। घायल अवस्था में उसे जिला अस्पताल संजय नगर में भर्ती कराया गया था, जहां से वह पुलिस की निगरानी में रहते हुए फरार हो गया था
इस चूक के बाद गाजियाबाद पुलिस ने अपनी गलती को सुधारने के लिए त्वरित और सराहनीय कार्रवाई की। फरारी की सूचना मिलते ही थाना मधुबन बापूधाम में सुसंगत धाराओं के तहत नया अभियोग पंजीकृत किया गया। पुलिस ने तुरंत चार विशेष टीमों का गठन किया, जिन्हें अरकस की तलाश के लिए सीसीटीवी फुटेज, सर्विलांस तकनीक, और मुखबिरों की सूचनाओं का उपयोग करने का निर्देश दिया गया। पुलिस की इस तेजी और समन्वित प्रयासों का नतीजा रहा कि अरकस को फरार होने के कुछ ही घंटों बाद एक गुप्त स्थान से घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया गया।
सहायक पुलिस आयुक्त मसूरी, सुश्री लिपि नगायच ने बताया, “अरकस एक खतरनाक अपराधी है, और उसकी फरारी के बाद हमारी टीमें पूरी मुस्तैदी से लग गई थीं। सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी संसाधनों, और स्थानीय सूचनाओं के आधार पर हम उसे पकड़ने में सफल रहे।” उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हिरासत और अस्पताल सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जाएगा।