संतकबीरनगर: अस्पताल में नर्स की हत्या, संचालक के खिलाफ केस दर्ज
Published by धर्मेंद्र शर्मा

संतकबीरनगर: जिले के खलीलाबाद कोतवाली क्षेत्र के टेमा रहमत स्थित संस हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर में काम करने वाली 24 वर्षीय नर्स की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। गले पर तीन जगह खरोंच के निशान और गले की तीन हड्डियां टूटी पाई गईं। पुलिस ने संचालक रामजी राव के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया है। सीएमओ के निर्देश पर अस्पताल को सील कर दिया गया है।
परिजनों के अनुसार, सोमवार रात 11 बजे युवती ने मां को फोन कर बताया था कि वह हॉस्पिटल में रुक रही है और सुबह घर लौटेगी। सुबह सात बजे तक बाहर न आने पर सहकर्मियों ने दरवाजा खोलकर देखा तो वह बेसुध पड़ी थी। सूचना पाकर पहुंचे परिजनों ने हत्या की आशंका जताई और हंगामा किया। मौके पर एएसपी, सीओ और एसपी ने जांच शुरू कर दी।
अस्पताल संचालक रामजी राव ने दावा किया कि नर्स को किडनी में पथरी थी और उसे दर्द के बाद दवा दी गई थी। हालांकि, परिजनों ने दम घुटने से हत्या का आरोप लगाया है। पोस्टमार्टम चार चिकित्सकों के पैनल द्वारा किया गया और पूरे पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी कराई गई। वेजाइनल स्वाब का नमूना जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा गया है।
जांच के दौरान अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, लेकिन रात में किसी संदिग्ध के आने के सबूत नहीं मिले। पुलिस सभी पहलुओं से जांच कर रही है। अंदेशा है कि हत्यारा हॉल में लगी सीढ़ी के रास्ते कमरे में दाखिल हुआ हो सकता है। रात में अस्पताल में चार मरीज भर्ती थे, जिन्हें दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट कर दिया गया।
पुलिस ने अस्पताल के DVR को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। संचालक रामजी राव वर्ष 2018 से अस्पताल चला रहा था। वहीं, सूत्रों के मुताबिक अस्पताल में सरकारी डॉक्टर भी ड्यूटी देते थे। पुलिस इस पहलू की भी जांच कर रही है।
मृतका घर की सबसे बड़ी संतान थी और पिछले 13 महीनों से अस्पताल में कार्यरत थी। वह सप्ताह में एक बार घर जाती थी। परिवार का आरोप है कि पुलिस और अस्पताल प्रबंधन से उन्हें स्पष्ट जानकारी नहीं मिल रही है। पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि जल्द ही पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा।