साइबर अपराध पर प्रभावी रोकथाम के लिए पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर की पहल-डीसीपी प्रीति यादव
Published by धर्मेंद्र शर्मा

नोएडा (धर्मेंद्र शर्मा):गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नर श्रीमती लक्ष्मी सिंह के निर्देशन में साइबर अपराधों को रोकने और जनता को जागरूक करने के उद्देश्य से 30 दिवसीय विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तीसरे दिन, दिनांक 20 मार्च 2025 को, डीसीपी साइबर क्राइम श्रीमती प्रीति यादव ने थाना सेक्टर-126 के अंतर्गत स्थित विराज वेंचर्स प्रॉपर्टी मैनेजमेंट कंपनी, नोएडा में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया।
कार्यक्रम की प्रमुख बातें
इस अवसर पर कंपनी के एडमिनिस्ट्रेशन और स्टाफ को साइबर अपराधों से बचाव के उपायों के बारे में जानकारी दी गई। कार्यक्रम में महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष जोर दिया गया, जिसमें ऑनलाइन और ऑफलाइन सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई।
विराज वेंचर्स के अध्यक्ष एवं निदेशक श्री अंकित आदित्य प्रधान, निदेशक श्री मोहित मित्तल और कार्यकारी निदेशक सुश्री प्राची सिंह सहित सभी कर्मचारी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
प्रमुख साइबर अपराध और बचाव के उपाय
- केवाईसी अपडेट फ्रॉड – बैंक या टेलीकॉम कंपनी के नाम पर कॉल आने पर किसी भी जानकारी को साझा न करें, बल्कि संबंधित कंपनी के आधिकारिक स्टोर या बैंक शाखा से संपर्क करें।
- लिंक और ओटीपी फ्रॉड – अज्ञात लिंक या ओटीपी को कभी भी साझा न करें और अनजान ऐप्स को डाउनलोड करने से बचें।
- सेक्सटॉर्शन – अनजान वीडियो कॉल्स न उठाएं और सोशल मीडिया पर अपनी निजी जानकारी साझा न करें।
- डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड – यदि कोई व्यक्ति खुद को सीबीआई, पुलिस, इनकम टैक्स अधिकारी बताकर स्काइप या जूम कॉल पर डराने की कोशिश करे, तो तुरंत साइबर पुलिस में शिकायत करें।
- इन्वेस्टमेंट फ्रॉड – सोशल मीडिया के माध्यम से अनजान इन्वेस्टमेंट स्कीम्स में पैसे न लगाएं।
- ओएलएक्स फ्रॉड – किसी भी वस्तु को खरीदने से पहले उसकी सत्यता जांचें और भुगतान पूरी जांच-पड़ताल के बाद ही करें।
- गेमिंग फ्रॉड – गेमिंग ऐप्स के माध्यम से पैसे कमाने के झांसे में न आएं, यह साइबर ठगी का एक नया तरीका बन चुका है।
- फेक कस्टमर केयर – गूगल पर मिले किसी भी अनजान कस्टमर केयर नंबर पर भरोसा न करें, केवल आधिकारिक वेबसाइट से जानकारी लें।
- गिफ्ट कार्ड और लॉटरी फ्रॉड – यदि कोई अनजान व्यक्ति आपको लॉटरी या गिफ्ट के नाम पर पैसा मांगता है, तो सतर्क रहें।
- ट्रैवल कार्ड फ्रॉड – अनजान ट्रैवल पैकेज ऑफर्स से बचें और केवल प्रमाणित एजेंसियों से ही बुकिंग करें।
- फॉरेन गिफ्ट स्कैम – सोशल मीडिया पर अनजान लोगों द्वारा दिए गए विदेशी गिफ्ट के झांसे में न आएं।
- क्यूआर कोड स्कैम – केवल उन्हीं क्यूआर कोड को स्कैन करें, जिन्हें आप पूरी तरह से सत्यापित कर चुके हों।
- पासवर्ड फ्रॉड – अपने बैंकिंग और सोशल मीडिया पासवर्ड को समय-समय पर बदलें और किसी के साथ साझा न करें।
- क्रेडिट कार्ड लिमिट फ्रॉड – यदि कोई क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने के लिए कॉल करता है, तो उसे नजरअंदाज करें और केवल बैंक के आधिकारिक पोर्टल पर ही संपर्क करें।
- ट्राई/इनकम टैक्स फ्रॉड – यदि कोई व्यक्ति इनकम टैक्स या ट्राई अधिकारी बनकर फोन करता है और पैसे मांगता है, तो यह साइबर अपराधी हो सकता है।
- फेक ऑनलाइन शॉपिंग – केवल भरोसेमंद और प्रमाणित ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से ही खरीदारी करें।
- क्रिप्टो इन्वेस्टमेंट स्कैम – असत्यापित क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज में निवेश करने से बचें।
- बिजली और गैस बिल फ्रॉड – केवल आधिकारिक पोर्टल के माध्यम से ही अपने बिजली या गैस का बिल जमा करें।
- इंस्टेंट लोन स्कैम – मोबाइल पर आए किसी भी अनजान लोन ऑफर पर विश्वास न करें।
- ई-कॉमर्स बोनस स्कैम – ऑनलाइन शॉपिंग बोनस या कैशबैक के झांसे में न आएं और किसी भी अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें।
साइबर अपराध की शिकायत कैसे करें?
अगर आप किसी साइबर अपराध के शिकार होते हैं, तो तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें या www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।
निष्कर्ष
डीसीपी साइबर क्राइम श्रीमती प्रीति यादव ने कहा कि जागरूकता ही साइबर अपराध से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है। जनता को सतर्क रहने और किसी भी संदेहजनक गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की गई।
सतर्क रहें, सुरक्षित रहें!