5 शहरों में काउंटी ग्रुप के 26 ठिकानों पर टीमें पहुंचीं। कोलकाता, गुड़गांव के दो-दो, गाजियाबाद के पांच, दिल्ली के चार, नोएडा के 12 ठिकानों पर कार्रवाई की गई।
रिपोर्ट: प्रदीप कुमार

आयकर विभाग को इनपुट मिले थे कि करोड़ों रुपये की कीमत वाले ग्रुप के फ्लैट का बड़ा हिस्सा कैश में लेकर बेचा जा रहा है। इसको देखते हुए विभाग ने छापा मारा। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस कार्रवाई में आयकर विभाग के 130 अधिकारी-कर्मचारी, 75 पुलिसकर्मी शामिल हुए। नोएडा में आयकर विभाग की टीमें सेक्टर-121 स्थित क्लियो काउंटी सोसाइटी, सेक्टर-107 काउंटी, कॉरपोरेट दफ्तर, सेक्टर-120 समेत अन्य जगहों पर गईं। विभाग की जांच अब करोड़ों के फ्लैट खरीदने वाले खरीदारों की तरफ भी बढ़ेंगी।
संपत्तियां कैश में बिकवाने में एजेंट का किरदार अहम बिल्डरों की संपत्तियों को कैश में बिकवाने में और कर चोरी के खेल में अहम किरदार एजेंटों का रह रहा है। यह एजेंट खरीदारों को आयकर चोरी के लिहाज से अलग-अलग परियोजनाओं में कैश में संपत्ति दिलवाने की डील करते हैं। कई ऐसी कंपनियां भी बनी हुई हैं जो एजेंट का काम करती हैं। कैश में संपत्ति लेने वालों पर यह कहा जाता है कि काली कमाई के जरिए संपत्ति बनाई गई है। इसमें खरीदार व बेचने वाला बिल्डर कर चोरी करते हैं। कई दस्तावेज कब्जे में लिएगुरुग्राम। आयकर विभाग की टीम ने गुरुग्राम में बिल्डर ग्रुप के ठिकानों पर छापेमारी की। गुरुग्राम के सेक्टर-88 में काउंटी का एक प्रोजेक्ट है। टीम ने अब तक कई दस्तावेज कब्जे में लिए।