थाना विजयनगर पुलिस ने महिला के अपहरण की घटना का किया खुलासा, 1 अभियुक्त गिरफ्तार
रिपोर्ट: दीपक मिश्रा
गाज़ियाबाद थाना विजयनगर पुलिस ने महिला का अपहरण कर हत्या करने वाले अभियुक्त को सूचना के आधार पर आरोपी आलम को पुलिस ने कार्बन फैक्ट्री के पास से गिरफ्तार कर बड़ी सफलता प्राप्त की है। पकड़े गए, आरोपी ने अपना नाम व पता मोहम्मद आलम पुत्र नूर मोहम्मद निवासी ग्राम, गोदी देहात जनपद हापुड़, उम्र लगभग 35 वर्ष बताई है। पत्रकार से बातचीत में डीसीपी नगर राजेश कुमार ने बताया कि 22 जुलाई को पीड़िता द्वारा यह तहरीर दी गई। जिसमें पीड़िता की वहन पूजा को अभियुक्त द्वारा अपहरण कर ले जाने की सूचना पुलिस को दी , थाना विजयनगर पुलिस ने तत्काल संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। व घटना का खुलासा करने के लिए टीमों का गठन किया गया। सभी टीमों द्वारा मुकदमे में तत्काल कार्यवाही करते हुए। मुखबिर की सूचना सर्विलांस एवं अन्य पूछताछ के आधार पर दिनांक 24 जुलाई को थाना विजयनगर पुलिस टीम द्वारा आरोपी आलम को कार्बन फैक्ट्री के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस द्वारा कड़ी पूछताछ करने पर आरोपी आलम मोहम्मद ने बताया कि पूजा मेरे साथ लगभग चार साल से लव इन रिलेशन में रह रही थी। मैंने करीब छह माह पूर्व पूजा से निकाह कर लिया था। पूजा के पहले पति टीटू से तीन बच्चे थे। उसके बाद वह मेरे साथ रहती थीं। मेरी भी पहले से शादी हो रखी है। मेरी पत्नी का नाम शना है। मेरी पत्नी शना मुझे चार बच्चे हैं। जिस में एक लड़का जिब्रील है, जिसकी उम्र लगभग चार वर्ष है। जो पिछले कई दिनों से बीमार चल रहा था। जिसका इलाज मैं, फैमिली मेडिकेयर सेंटर मैन रोड़ मसूरी गाज़ियाबाद में करा रहा था। मैंने पूजा को अपने साथ सैक्टर 09 निकट चिल्ड्रन अकेडमी स्कूल गाज़ियाबाद में रखा था। वह कहती थी, कि तुम मेरे साथ रहो अपनी पत्नी शना को छोड़ दो, उसके साथ मत रहो। इस बात को लेकर मेरा पूजा से अक्सर विवाह होता रहता था। एक दिन उसका मेरे पास फोन आया उसने मुझसे कहा कि मेरे घर आजाओ मैंने कहा कि मेरा लड़का हॉस्पिटल में भर्ती है। मैं नही आ सकता हूँ। इस बात पर पूजा गुस्सा होकर कहने लगी, कि कई दिनों से मैं भी बीमार चल रही हूं। मुझे देखने के लिए तू नही आया और अपने लड़के को देखने के लिए हॉस्पिटल चला गया। मैं अभी हॉस्पिटल आ रही हूं। और वही आकर तेरा इलाज करती हूं। मैंने उसे समझया लेकिन वह नही मानी जिससे मुझे गुस्सा आ गया। और मैंने इरादा कर लिया, कि आज इसका काम तमाम कर दूँगा। इसके बाद मैंने पूजा को हॉस्पिटल से कुछ पहले ही सेंट्रो कार में बैठा कर मसूरी नहर से देहात झील की तरफ लेकर चला गया। और रास्ते में हमारी दोनों लोगों की आपस में लड़ाई होती रही। मैंने उसे बहुत समझाने की कोशिश की, लेकिन बो नही मानी मौका देखकर मैंने उसकी चुन्नी से उसका गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। और उसके शव को कार में ले जाकर ग्राम नगला चौंना के नगर पुल से नहर में फेंककर भाग गया था ।